पानीपत। क्रूर मुगल शासक औरंगजेब (1618-1707) ने तलवार के बल पर धर्म परिवर्तन कराया था। उसने अनेक मंदिर तोड़े। वह कट्टरता के लिए प्रसिद्ध था। उसके कोप का शिकार हुआ एक हिन्दू परिवार। बादशाह की तलवार के आगे हिन्दू से मुस्लिम तो बन गया लेकिन सदियों बाद भी कसक गई नहीं। करीब 300 साल बाद यह परिवार फिर से हिन्दू बन गया है। परिवार में कुल 35 सदस्य हैं।
युवा हिन्दू वाहिनी ने कराया धर्म परिवर्तन युवा हिन्दू वाहिनी के पदाधिकारियों के माध्यम से आसन गांव के मुस्लिम नसीब के परिवार के 35 सदस्यों ने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन कर लिया। परिवार के मुखिया ने हरिद्वार, गोगामेडी में 9 साल तपस्या के बाद मंगलवार को विधिवत की सनातन धर्म में वापसी की है। आसन गांव में शिव मंदिर में आयोजित यज्ञ के दौरान परिवार के सभी सदस्यों ने विधिवत रूप से हिन्दू धर्म अपनाया। जिसके बाद इनका नामकरण भी किया गया।
नौ साल तक तपस्या की परिवार ने कहा औरंगजेब के समाय में उनके बुजुर्गों ने दबाव में धर्म बदला था। अब नसीब ने 9 साल की 5 धुनों में तपस्या के बाद अपने परिवार सहित सनातन धर्म में वापसी की है। युवा हिंदू वाहिनी के जिलाध्यक्ष सुनील आर्य का कहना है कि परिवार ने उनसे सम्पर्क किया था, जिसके बाद विधिवत उन्हें घर वापसी करवाई गई है। परिवारीजन फिर से अपने धर्म में वापस आने पर खुश हैं।