झज्जर के गांव खुड्डन में किसान प्रकाश पुनिया ने फसल खराब होने के कारण आत्महत्या कर ली थी। यह गांव प्रदेश के कृषि मंत्री ओ.पी.धनखड़ के विधानसभा क्षेत्र बादली के अधीन आता है। प्रकाश पुनिया के परिवार में उसकी विधवा पत्नी के अलावा एक बेटा—एक बेटी है। पुनिया की मौत के बाद ग्रामीणों ने पंचायत करके जहां भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के गांव में प्रवेश पर रोक लगा दी थी वहीं विपक्षी दल इनेलो व कांग्रेस इस मामले में मूक दर्शक बने हुए हैं।
आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद इस मामले में पहल करते हुए मंगलवार को पार्टी नेताओं के साथ खुड्डन गांव पहुंचे जहां उन्होंने प्रकाश पुनिया की विधवा पत्नी व बच्चों से मुलाकात करके परिवार की वास्तविक स्थिति जानी। परिजनों ने जयहिंद को बताया कि खेतों में आज भी पानी भरा हुआ है और धान की फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है। खेत से पानी निकलवाने और दोबारा बिजाई के लिए तैयार करने पर हजारों रुपए खर्च है। जिसके चलते सदमे में आए पुनिया ने आत्महत्या कर ली।
नवीन जयहिंद ने परिवार का दुख सुनने के बाद ग्रामीणों व परिजनों की मौजूदगी में प्रकाश पुनिया की बेटी के सर पर हाथ रखते हुए उसे धर्म बहन बनाने का ऐलान किया और कहा कि वह जब तक पढऩा चाहेगी उसका खर्च वह खुद वहन करेंगे। यही नहीं, नवीन जयहिंद ने पुनिया की बेटी की शादी की जिम्मेदारी भी खुद उठाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि प्रकाश द्वारा लिए गए कर्ज को खत्म करवाने में भी वह परिवार की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर प्रकाश पुनिया का बेटा पढऩा चाहता है या कहीं नौकरी करना चाहेगा तो वह उसकी हर संभव मदद करेंगे। ग्रामीणों के आग्रह पर नवीन जयहिंद खुड्डन गांव के खेत भी देखने गए जहां बारिश का पानी भरा हुआ था और सरकार दावा कर रही है कि खेत पूरी तरह से साफ हो चुके हैं।