शराब घोटाले में एसआईटी गठन पर घमासान, भाजपा-जजपा मंत्रियों में नया विवाद शुरू
पानीपतPublished: May 07, 2020 10:37:44 pm
आबकारी विभाग नहीं दे रहा जांच अधिकारी का नाम विज बोले, दुष्यंत ने नहीं की जांच की मांग, यह मेरा फैसला सभी जिलों के मालखानों की हो सकती है जांच
पानीपत/चंडीगढ़. हरियाणा के सोनीपत में लॉकडाउन के दौरान हुए शराब घोटाले की जांच को लेकर नया विवाद छिड़ गया है। कटघरे में आया आबकारी विभाग जांच अधिकारी का नाम नहीं दे रहा है। गृहमंत्री अनिल विज ने दावा किया है यह जांच आबकारी मंत्री के कहने पर नहीं, बल्कि वह खुद अपने स्तर पर करवा रहे हैं। विज के इस बयान से जहां विभागीय कार्यप्रणाली संदेह के दायरे में आ गई है, वहीं भाजपा व जजपा मंत्रियों के बीच नया विवाद शुरू हो गया है।
लॉकडाउन की अवधि के दौरान सोनीपत के खरखौदा में पुलिस के बनाए गए मालखाने से करोड़ों रुपए की शराब गायब हो गई थी। दो दिन पहले कैबिनेट बैठक के बाद दुष्यंत चौटाला ने मीडिया से बातचीत में दावा किया था कि वह इस मामले की जांच करवाना चाहते हैं। जिसके चलते गृहमंत्री अनिल विज ने गत दिवस एसआईटी से जांच करवाने के आदेश जारी कर दिए। विज के इन आदेशों से गृह विभाग बुधवार को ही अधिसूचित कर दिया।
एक्साइज विभाग की ओर से इस एसआइटी में शामिल होने के लिए किसी अधिकारी का नाम नहीं दिए जाने से संदेह के बादल मंडरा रहे हैं। पुलिस व सिविल प्रशासन की ओर से एडीजीपी व प्रधान सचिव रैंक के दो अधिकारियों के नाम लगभग तय हैं, लेकिन एक्साइज विभाग अभी तक यह तय नहीं कर पाया कि किसे शामिल किया जाए।
गृह मंत्री अनिल विज ने आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों के इस रुख पर चिंता जाहिर करते हुए सवाल खड़े किए हैं। बृहस्पतिवार को विज ने दो टूक कह दिया कि इस बारे में दुष्यंत चौटाला की उनसे कोई बात नहीं हुई है और एसआइटी बनाने का फैसला उनका अपना है, ताकि यह पता चल सके कि शराब घोटाले में कौन-कौन अधिकारी, पुलिस व प्रशासन के अफसर, शराब माफिया और ठेकेदार शामिल हैं।
विज ने गृह सचिव विजयवर्धन से कहा है कि इस तरह की जांच हर जिले में शराब को गोदामों में कराए जाने की जरूरत है, ताकि पता चल सके कि शराब माफिया ने किस तरह से लाकडाउन के दौरान अपना खेल खेला है।
5500 पेटियां हो गई गायब
हरियाणा में लाकडाउन के दौरान भले ही शराब के ठेके बंद रहे, लेकिन करोड़ों रुपये की शराब की अवैध बिक्री हुई है। लॉकडाउन में ही एक बार पांच लाख बोतलें शराब की पकड़ी गई हैं। खरखौदा में एक गोदाम है, जो भूपेंद्र सिंह की पत्नी के नाम पर लीज पर है। इसके दो भाग बने हुए हैं। एक भाग में पुलिस द्वारा पकड़ी शराब रखी जाती है और दूसरे भाग में एक्साइज डिपार्टमेंट की शराब होती है, लेकिन हाल ही में यहां से साढ़े पांच हजार शराब की पेटियां गायब हो गई हैं। यहां प्राथमिक जांच के दौरान यह भी मिला कि इस गोदाम में न केवल हरियाणा बल्कि दूसरे प्रदेशों में बनी शराब भी मिली है।
विज ने यह स्वीकार करने में जरा भी हिचक नहीं की कि खरखौदा का यह गोदाम शराब की तस्करी के लिए ट्रांजिट प्वाइंट के रूप में इस्तेमाल होता रहा है। फतेहाबाद में भी शराब की भारी चोरी और तस्करी हुई है।