इस पर प्रधान आरक्षक ने आरक्षक आईमत सेन को सुल्लेरे से बात कराने भेजा। पीडि़त से बात करते हुए आरोपी ने खुद को एडिशनल एसपी बताते हुए अपना अकाउंट नंबर दिया और 50 हजार रुपए ट्रांसफर करने को बोला। कुछ ही देर बाद भाजपा नेता के वाट्सएप नंबर पर फर्जी बैंक स्लिप भेजी गई। कुछ देर बाद उक्त आरोपी का फोन आया और कहने लगा कि आप इन खातों में पैसे भेज दो।
दो बार में रकम की ट्रांसफर झांसे में आए भाजपा नेता ने अपने खाते से 25000-25000 रुपए की रकम ट्रांसफर कर दी। जब पुष्टि करने के लिए फोन लगाया तब तक उक्त मोबाइल नंबर बंद हो चुका था। इस पर पीडि़त को शक हुआ अजयगढ़ एसडीओपी इसरार मंसूरी से एडिशनल एसपी का नंबर मांगकर काल किया तो तो पता चला कि उन्होंने न ही कोई फोन किया और न ही रकम संबंधी बात की है। तब भाजपा नेता को ठगे जाने का एहसास हुआ।
उन्होंने तत्काल अजयगढ़ थाना पहुंचकर अज्ञात ठगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर ठगों की लोकेशन ट्रेस करना प्रारंभ कर दिया है। एसडीओपी इसरार मंसूरी के अनुसार मोबाइल और खाता नंबर के आधार पर ठगों की लोकेशन ट्रेस हो गई है।
ठगी में इस्तेमाल किए गए मोबाइल और खाता नंबर के आधार पर ठगों को ट्रेस किया जा चुका है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम भेजी गई है। शातिर ठगों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जाएगा।
इसरार मंसूरी, एसडीओपी, अजयगढ़
गठों द्वारा पुलिस को बदनाम करने की साजिश की गई है। मामले का शीघ्र पर्दाफाश किया जाएगा और आरोपी सलाखों के पीछे होंगे।
बीकेएस परिहार, एडिशनल एसपी