scriptजिले में एक ही ब्लड बैंक और वह भी रक्तविहीन, जानिए कैसे सुधरेगी स्थिति | blood bank in panna district hospital | Patrika News
पन्ना

जिले में एक ही ब्लड बैंक और वह भी रक्तविहीन, जानिए कैसे सुधरेगी स्थिति

जिले में एक ही ब्लड बैंक और वह भी रक्तविहीन, जानिए कैसे सुधरेगी स्थिति

पन्नाMar 30, 2019 / 10:38 pm

Bajrangi rathore

blood bank in panna district hospital

blood bank in panna district hospital

पन्ना। मप्र का पन्ना जिला अस्पताल परिसर में स्थित जिले के इकलौता ब्लड बैंक एक-एक यूनिट रक्त को मोहताज है। फिलहाल ब्लड बैंक में सिर्फ ए + ग्रुप का 14 यूनिट रक्त मौजूद है। इसके अलावा किसी भी ब्लड ग्रुप का एक भी यूनिट रक्त मौजूद नहीं है। अजयगढ़ व पवई सहित अन्य सेंटरों पर भेजे गए ब्लड स्टोरेज फ्रीज सूखे पड़े हैं। पूर्व में कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद ब्लड बैंक की हालात में कुछ सुधार हुआ था, लेकिन इस दिनों स्थिति फिर पूर्ववत बन गए हैं।
गौरतलब है कि पूर्व में खस्ता हालत होन पर पत्रिका ने मामले को उठाया था। इसके बाद कलेक्टर के हस्तक्षेप से एक समय यहां पर्याप्त ब्लड स्टोरेज हुआ करता था, लेकिन वर्तमान में 200 यूनिट ब्लड क्षमता वाले बैंक में सिर्फ ए प्लस ग्रुप का 14 यूनिट रक्त ही है। यदि अन्य ब्लड ग्रुप के रक्त की किसी को जरूरत पड़ जाए तो उसे सोशल मीडिया में गुहार लगानी पड़ती है।
60 फीसदी महिलाएं एनीमियां की शिकार

ज्ञात हो कि जिले की 60 फीसदी महिलाएं एनीमियां की शिकार हैं। डिलीवरी के समय उन्हें सबसे अधिक रक्त की जरूरत होती है। इसके अलावा कुपोषित बच्चों के लिए भी रक्त की मांग बढ़ी है। रक्तदान को लेकर जिले में जागरूकता की कमी और अशिक्षा के कारण लोग रक्तदान करने से कतराते हैं।
शिविरों में नहीं संग्रह

रक्त की कमी को पूरा करने के लिए ब्लड बैंक की ओर से समय-समय पर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाता है। उनमें भी जरूरत के हिसाब से तब भी रक्त संग्रह नहीं हो पाता है। इससे मरीजों और परिजनों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है। जानकारी क अनुसार एक स्वस्थ मनुष्य प्रति तीन माह में एक यूनिट रक्तदान कर सकता है। जिला अस्पताल में सबसे सबसे अधिक ओ और बी ग्रुप के ब्लड की जरूरत होती है। अशिक्षा के कारण लोग रक्तदान करने से कतराते हैं।
पवई-अजयगढ़ सेंटर भी ड्राइ

पवई-अजयगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ब्लड संग्रहण को कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं। बीएमओ अजयगढ़ केपी राजपूत के अनुसार यहां दो फ्रीजर उपलब्ध हैं, जिनमें एक भी यूनिट रक्त नहीं हैं। हमने पूर्व में बैठक आयोजित कर रक्तदान के लिए लोगों को प्रेरित किया था, लेकिन शिविर की डेट तय नहीं हो पाई थी इसके बाद चुनाव में व्यस्तता के चलते शिविर आयोजित नहीं हो पाए।
अप्रैल में बैठक आयोजित कर फिर लोगों को रक्तदान के लिए जागरुक करेंगे। वहीं बीएमओ पवई एमएल चौधरी ने बताया, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपकरण आ चुके हैं। अप्रैल-मई तक पूर्ण रूप से चालू हो जाएगा। वर्तमान में पवई से कलेक्शन किया गया ब्लड पन्ना भेजा जाता है। कुछ दिन पहले युवाओं ने ब्लड डोनेट किया था।
लोगों में रक्तदान के प्रति जागरूकता की कमी है। सभी को बगैर रक्तदान फ्री में ब्लड चाहना होता है, इससे समस्या होती है। यह सही है कि ब्लड बैंक में इस समय रक्त की कमी है। आगामी दिन में रक्तदान शिविर लगाकर लोगों को अधिक से अधिक रक्तदान के लिए प्रेरित किया जाएगा।
डॉ. वीएस उपाध्याय, सीएस

Home / Panna / जिले में एक ही ब्लड बैंक और वह भी रक्तविहीन, जानिए कैसे सुधरेगी स्थिति

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो