बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को मतगणना प्रक्रिया से अवगत कराते हुए कलेक्टर ने बताया कि विधानसभा निर्वाचन के लिए जिले में मतगणना केन्द्र शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज को बनाया गया है। मतगणना दिवस 11 दिसंबर को सुबह 8 बजे से सबसे पहले डाक मतपत्रों की गणना की जाएगी। अब तक कुल 3,237 डाक मतपत्र प्राप्त हो चुके हैं। जिनकी विधानसभावार छंटनी कर पृथक-पृथक बक्सों में सील कर जिला कोषालय में जमा कर दिया गया है। मतगणना दिवस पर इन्हें आब्जर्वर्स और मतगणना एजेंटों की उपस्थिति में खोला जाएगा।
इसके साथ ही 11 दिसंबर को सुबह 7 बजकर 59 मिनट तक प्राप्त डाक मतपत्रों को भी गणना में शामिल किया जाएगा। डाक मतपत्रों की गणना के दौरान सबसे पहले बाहरी लिफाफे को खोलकर मतदाता के घोषणा पत्र की जांच की जाएगी। मतदाता के भलीभांति हस्ताक्षर सहित एवं अनुप्रमाणन अधिकारी द्वारा अनुप्रमाणित घोषणा पाए जाने पर ही डाक मतपत्र को गणना में शामिल किया जाएगा। भीतरी लिफाफे से डाक मतपत्र निकालकर उसकी गणना की जाएगी।
वीसीबी से चयनित मतदान केन्द्र के वीवीपैट की पर्चियों की गणना प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केन्द्र की वीवीपैट मशीन की पर्ची का मिलान कंट्रोल यूनिट में प्रदर्शित परिणाम से अनिवार्य रूप से किया जाएगा। यह कार्य अभ्यर्थियों व निर्वाचन अभिकर्ताओं एवं केन्द्रीय प्रेक्षकों की उपस्थिति में किया जाएगा। जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। इसके लिए आयोग के निर्देशानुसार बैंक कैश काउंटर की तरह वीवीपैट काउंटिंग बूथ (वीसीबी) बनाया जाएगा।
यह वीसीबी 14 गणना टेबलों में से किसी भी एक टेबल में बनाया जा सकता है। किस मतदान केन्द्र की वीवीपैट मशीन की पर्ची का मिलान किया जाना है इसका चयन संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा पर्ची सिस्टम के माध्यम से रेंडम किया जाएगा। यह कार्य इवीएम से मतगणना के अंतिम चरण के तत्काल बाद किया जाएगा। यह संपूर्ण प्रक्रिया केन्द्रीय प्रेक्षक की उपस्थिति एवं कड़ी निगरानी में की जाएगी।
परिणाम की घोषणा के पहले रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा वीवीपैट की स्लिप की गणना के बाद कंट्रोल यूनिट के परिणाम से मिलान कर एक सत्यापन पत्रक जारी करना होगा। वीवीपैट की स्लिप की गणना और मतपत्र लेखा के मिलान में अंतर आने की स्थिति में वीवीपैट की स्लिप की गणना को अंतिम माना जाएगा। तदानुरूप परिणाम की घोषणा की जाएगी। गणना के बाद मशीनें वापस सील करके स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखी जाएंगी।
डाक मतपत्रों का होगा क्यूआर स्कैनिंग इटीपीबीएस द्वारा प्राप्त डाक मतपत्रों की गणना के पूर्व उनकी क्यूआर स्कैनिंग कर वैधता सत्यापित की जाएगी। जिसके बाद सामान्य डाक मतपत्रों की तरह उनकी गणना की जाएगी। डाक मतपत्रों की गणना यदि मतगणना प्रारंभ होने के आधे घंटे के अन्दर पूर्ण नही हो पाती है, तो इवीएम मशीन द्वारा मतपत्रों की गणना प्रारंभ कर दी जाएगी तथा साथ ही डाक मतपत्रों की गणना भी जारी रहेगी।
इवीएम मशीनों की गणना अलग-अलग चरणों में होगी। एक चरण में 14 मतदान केन्द्रों के मतों की गणना की जाएगी। इसके लिए विधानसभावार तैयार प्रत्येक मतगणना हाल में 14-14 टेबल लगाए गए हैं। इवीएम द्वारा मत पत्रों की गणना अंतिम चरणों की ओर हो तथा डाक मतपत्रों की गणना पूर्ण नहीं होने पर इवीएम मशीनों द्वारा मतपत्रों की गणना अंतिम दो चरणों के पहले रोक दी जाएगी।