पन्ना में रेत उत्खनन और परिवहन बड़ा कारोबार है। वैध और अवैध रूप से चल रही इन रेत खदानों में लोंगों के करोड़ों रुपए फंसे होने के साथ ही हजारों लोगों को रोजगार भी मिल रहा है। जिले में नए कलेक्टर के आने के बाद रेत कारोबार को लेकर क्या रुख रहेगा अभी तक कारोबारी भांपने में लगे थे, लेकिन कार्रवाई के बाद कारोबारियों को झटका लगा है।
रेत की अवैध खदानों और अवैध परिवहन पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए कलेक्टर और एसपी द्वारा अवैध रूप से बनाए गए सभी मार्गों को नष्ट करने के साथ ही पुलों को भी ध्वस्त करने के निर्देश दिए गए थे, जिसके परिपालन में पुलिस और राजस्व विभाग की ओर से पहले चरण में सर्वे करके अवैध रूप से बनाए गए पुलों और मार्गों को चिह्नित किया गया है। इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया था।
जिस तरह से प्रशासन ने इस साल अवैध रूप से बने पुलों को तोडऩे की कार्रवाई की है उसी तरह से बीते साल भी कई बार मशीनों से अवैध पुलों को तोड़ा गया था और अवैध खदानों तक जाने वाले मार्गों और अवैध परिवहन वाले मार्गों को जेसीबी से खोदा गया था। इसके बाद भी रेत कारोबारियों द्वारा कुछ ही दिनों बाद उक्त पुलों और मार्गों को भारी भरकम मशीनों की मदद से दोबारा बना लिया जाता है। लिफ्टर मशीनों से तो नदी की गहराई में ५० फीट से भी रेत निकाल ली जाती है।
अवैध रूप से संचालित मोहाना रेत खदान के पहुंच मार्ग को क्षतिग्रस्त करने के लिए प्रशासन द्वारा बीते कुछ दिनों से तैयारी की जा रही थी। इसी तैयारी के तहत बुधवार सुबह एसडीएम विनय द्विवेदी और एसडीओपी आलोक शर्मा, टीआई गिरीश धुर्वे भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और मोहाना रेत खदान पहुंच मार्ग में ग्राम मोहाना और मझगांय के बीच मझगांय नाले पर अवैध रूप से बनाए गए पुल को ढहा दिया गया। पुल को तोडऩे के लिए दो जेसीबी मशीनें साथ लेकर अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए थे। पुल तोडऩे के साथ ही उक्त पहुंच मार्ग में कई स्थानों पर खाई खोद दी गई है, जिससे खदान तक आसानी से नहीं पहुंचा जा सके।