तहसीलदार दीपा चतुर्वेदी ने आदिवासी बाहुल्य खजुरी कोड़ार में बच्चों के साथ दिवाली मनाई। इस दौरान उन्होंने बच्चों को मीठा खिलाकर शुभकामनाएं दी। पटाखे-फुलझड़ी सहित अन्य सामग्री वितरित की। समाजसेवी राम बिहारी गोस्वामी, बिलखुरा पटवारी सत्य कांत शुक्ला ,अखंड प्रताप सिंह सहित मकरी कोठार ग्राम के बड़ी संख्या में नागरिक गण मौजूद रहे।
पवई. पतने नदी के कलेही घाट में दीपदान हुआ। इस दौरान लोगों नेे कलेही मां की पूजा कर दीपदान किया। शाम को घरों में पूजा कर पटाखे फोड़ और मिठाईयां बांटी। परीवा के दिन दुकानें बंद रहने से नगर के लोगों को भी चाय नास्ते के लिये कफी परेशान होना पड़ा।
शाहनगर. दिवाल के दूसरे दिन बिहारी बिहारीणी जू मंदिर में अन्नकूट मनाया गया। भजन-कीर्तन व बधाई गीत के बीच श्रद्धालुओं ने भगवान कृष्ण और राधा रानी को 56 भोग का प्रसाद चढ़ाया। पुजारी तुलसीदास ने नगर की सुख समृद्धि के लिए कामना की। हिंदू मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण एक दिन में आठ बार भोजन करते थे। इंद्र के प्रकोप से बृज को बचाने उन्होंने गोवर्धन पर्वत उठाया तो सात दिन तक उन्हें अन्न-जल नहीं मिला। आठ प्रहर भोजन करने वाले कन्हैया सात दिन तक भूखा रहना भक्तों के लिए कष्टप्रद बात थी। श्रद्धा भक्ति दिखाते हुए व्रजवासियों ने सात दिन और आठ प्रहर का हिसाब करते हुए 56 प्रकार का भोग लगाकर अपने प्रेम व भक्तिभाव को दर्शाया। तभी से कृष्ण भगवान को 56 भोग अर्पित करने की प्रथा बनी है।