इसके साथ ही सैकड़ों ट्रक रेत भरने के लिए खड़े थे। कार्रवाई के दौरान एक ट्रक को जब्त कर लिया गया। शेष सभी छतरपुर जिले की सीमा मेंं पहुंचकर खड़े हो गए। तीन लिफ्टर मशीनों में से दो पन्ना जिले की सीमा में चल रहीं थीं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है, जबकि एक मशीन छतरपुर जिले की सीमा में चल रही थी। वह अधिकार क्षेत्र से बाहर होने के कारण अधिकारियों ने अवैध रूप से चल रही इस मशीन को छोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार प्रशासन को खरौनी घाट में रेत के अवैध उत्खनन और भारी भरकम मशीनों के उपयोग की जानकारी मिली थी। मामले की जानकारी लगने के बाद एसडीएम आरुषि जैन, जनपद सीइओ एसके मिश्रा और नायब तहसीलदार केके शर्मा अधिनस्थ अमले के साथ केन नदी के खरोनी घाट पहुंचे। जहां पाया कि घाट में तीन भारी भरकम लिफ्टर मशीनें लगी हैं। जब्त मशीन और ट्रक को चंदौरा चौकी पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है।
यहां भी नदी में बनाया गया अवैध पुल गौरतलब है कि केन नदी में दर्जनों की संख्या में अवैध खदानें चल रही हैं। इन खदान संचालकों द्वारा वाहनों के आवागमन के लिए और कार्रवाई के दौरान सुरक्षित बच निकलने के लिए सैकड़ों स्थानों पर नदी की धार रोककर अवैध पुल और सड़कों का निर्माण किया गया है।
कार्रवाई के दौरान पाया गया कि खरोनी में भी अवैध पुल बना हैं। यह पुल पन्ना व छतरपुर को जोड़ता है। शासन की इतनी सख्ती के बाद भी रेत कारोबारी सैकड़ों जगह केन की धारा रोककर अवैध पुल बनाकर रेत का अवैध व्यापार कर रहे हैं।