क्षेत्र के प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में शिक्षकों के समय पर स्कूल नहीं जोन की जानकारी होने के बाद भी विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। उनके द्वारा स्कूलों का समय पर निरीक्षण भी नहीं किया जा रहा है। अधिकारियों द्वारा यदि नियमित रूप से स्कूलों का निरीक्षण किया जाए तो व्यवस्था में कुछ हद तक सुधार लाया जा सकता है। स्कूलों में पढ़ाई नहीं होने को लेकर अभिभावक कई बार वरिष्ठ अधिकारियों ने भी स्कूलों का नियमित रूप से निरीक्षण करने की मांग कर चुके हैं। इसके बाद भी समस्याकी ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
दिन व दिन गिरते जा रहा शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए गुनौर वासियों ने जिला शिक्षा अधिकारी से क्षेत्र की सभी सरकारी व निजी विद्यालयों की शिक्षा गुणवत्ता की जांच के लिए गुहार लगाए है। क्षेत्रवासियों ने कहा कि है जल्द दी जांच कर लापरवह शिक्षकों के प्रति ठोस कार्यवही करने के लिए कहा है। साथ ही ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि इन सरकारी स्कूल के शिक्षको के द्वारा निजी कोचिंग क्लास में बच्चों को पढने के बाध्य कर रहे है।