ये है मामला
गौरतलब है कि पन्ना टाइगर रिजर्व की ओर से बीते करीब दो साल से शावक के जन्म लेने की कोई अधिकृत खबर नहीं दी गई है, जबकि पूर्व में पार्क प्रबंधन पे्रस कॉन्फ्रेंस या प्रेस रीलिज जारी कर बाघिनों के हर लिटर के बाद जानकारी देता था। हालांकि पार्क जाने वाले पर्यटकों को बाघिन के साथ नन्हे शावक दिखाई देते रहे हैं। हालांकि पार्क आने वाले पर्यटकों को स्थानीय गाइड उत्साह के साथ इस खुशखबरी की जानकारी दे रहे हैं। पन्ना में बीते माह खत्म हुई कैमरा ट्रैप पद्धति से बाघ गणना में 26 बाघों के मौजूदगी की पुष्टि हुई है। वैसे संपूर्ण पन्ना टाइगर रिजर्व व इसके लैंडमार्क क्षेत्र के जंगलों में 40 बाघों का अनुमान है। इनमें से कुछ बाघ नौरादेही, कटनी, चित्रकूट और बांदा सहित आसपास में विचरण कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पन्ना टाइगर रिजर्व की ओर से बीते करीब दो साल से शावक के जन्म लेने की कोई अधिकृत खबर नहीं दी गई है, जबकि पूर्व में पार्क प्रबंधन पे्रस कॉन्फ्रेंस या प्रेस रीलिज जारी कर बाघिनों के हर लिटर के बाद जानकारी देता था। हालांकि पार्क जाने वाले पर्यटकों को बाघिन के साथ नन्हे शावक दिखाई देते रहे हैं। हालांकि पार्क आने वाले पर्यटकों को स्थानीय गाइड उत्साह के साथ इस खुशखबरी की जानकारी दे रहे हैं। पन्ना में बीते माह खत्म हुई कैमरा ट्रैप पद्धति से बाघ गणना में 26 बाघों के मौजूदगी की पुष्टि हुई है। वैसे संपूर्ण पन्ना टाइगर रिजर्व व इसके लैंडमार्क क्षेत्र के जंगलों में 40 बाघों का अनुमान है। इनमें से कुछ बाघ नौरादेही, कटनी, चित्रकूट और बांदा सहित आसपास में विचरण कर रहे हैं।
बाघिन को कृत्रिम रूप से की जा रही पानी की व्यवस्था
बाघिन के शावकों को जन्म देने के बाद प्रबंधन शावकों की सुरक्षा में लगा है। भीषण गर्मी में उसे पानी के लिए दूर नहीं जाना पड़े, इसके लिए पाइप के जरिए कृत्रिम रूप से बाघिन के पास तक पानी की व्यवस्था की जा रही है। चमड़ी मुलायम होने के कारण बाघ ज्यादा गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाते। इससे भी बाघिन के आवास और आसपास के क्षेत्र को ठंडा रखने के लिये पानी की व्यवस्था की जा रही है।
बाघिन के शावकों को जन्म देने के बाद प्रबंधन शावकों की सुरक्षा में लगा है। भीषण गर्मी में उसे पानी के लिए दूर नहीं जाना पड़े, इसके लिए पाइप के जरिए कृत्रिम रूप से बाघिन के पास तक पानी की व्यवस्था की जा रही है। चमड़ी मुलायम होने के कारण बाघ ज्यादा गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाते। इससे भी बाघिन के आवास और आसपास के क्षेत्र को ठंडा रखने के लिये पानी की व्यवस्था की जा रही है।
बाघिन के शावकों के जन्म देने के मामले की अभी तक पुष्टि नहीं की गई है। पुष्टि होते ही मामले की जानकारी दी जाएगी।
रविकांत मिश्रा, फील्ड डायरेक्टर, पन्ना टाइगर रिजर्व
रविकांत मिश्रा, फील्ड डायरेक्टर, पन्ना टाइगर रिजर्व