scriptकोरोना प्रबंधन में लापरवाही पर गुनौर जनपद सीईओ निलंबित | Gunnaur CEO suspended for negligence in Corona management | Patrika News
पन्ना

कोरोना प्रबंधन में लापरवाही पर गुनौर जनपद सीईओ निलंबित

अधिकारियों के निरीक्षण में मुख्यालय मंे नहीं मिले थे सीईओ आस्थानकलेक्टर के प्रस्ताव पर कमिश्नर ने की जनपद सीईओ के निलंबन की कार्रवाई कोरोना प्रबंधन में लापरवाही को लेकर जिले में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई

पन्नाMay 24, 2020 / 09:39 pm

Shashikant mishra

गुनौर जनपद सीईओ ओपी आस्थाना

गुनौर जनपद सीईओ ओपी आस्थाना

पन्ना. गुनौर जनपद के ग्राम बिलघाड़ी में कोरोना पॉजिटिव पाए गए व्यक्ति को स्क्रीनिंग के बाद क्वारंटाइन ही नहीं किया गया था। जिससे वह पूरे गांव में घूमता रहा और गुनौर भी गया था। उक्त लापरवाही सामने आने के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ था। इसके बाद बीते दिनों अधिकारियों के कंटेनमेंट जोन के निरीक्षण के दौरान भी जनपद सीईओ ओपी आस्थाना मुख्यालय में नहीं मिले थे। कोरोना काल में भी मनरेगा के काम जेसीबी से कराए जाने का मामला सामने आने के बाद कलेक्टर ने उनके निलंबन का प्रस्ताव कमिश्नर को भेजा था। जिसपर कमिश्नर ने जनपद सीईओ ओपी आस्थाना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जिला पंचायत पन्ना रखा गया है।

गौरतलब है कि गुनौर तहसील क्षेत्र में ग्राम घाट सिमरिया और बिलघाड़ी में एक-एक कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। इसके बाद भी यहां कोरोना प्रबंधन को लेकर गंभीरता पूर्वक काम नहीं किया जा रहा है। यहां शुरुआती दिनों में ही लापरवाहियां सामने आने लगी थीं। ग्राम बिलघाड़ी में कोरोना पॉजिटिव आने युवक को क्वारंटीन नहीं किया जाकर बड़ी लापरवाही की गई थी। यह तो अच्छा हुआ कि उनके साथ के कांट्रेक्ट हिस्ट्री में आये सभी लोगों के सेंपल की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। कांट्रेक्ट हिस्ट्री में आये लोगों के सेंपल की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद जिले के लोगों ने राहत की सांस ली।

मुख्यालय में नहीं मिले थे जनपद सीईओ
जानकारी के अनुसार बीते दिनों डीआईजी और एसपी ने कंटेनमेंट जोन का दौरा किया था, जिसमें जनपद सीईओ ओपी आस्थाना नहीं थे। इसके अलावा कलेक्टर और एसपी के क्षेत्र के भ्रमण के दौरान भी वहां महामारी के रोकथाम के लिए की गई व्यवस्थाएं सिथिल पाई गई थीं। इसके साथ ही वे बिना किसी पूर्व सूचना के मुख्यालय से गायब थे। यहां कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद भी वे अक्सर लापरवाही पूर्वक काम करते हुए नदारत रहते थे। इकसे साथ ही स्थानीय प्रशासन द्वार भी शिकायत की गई थी कि कोरोना महामारी के प्रबंधन में जनपद सीईओ आस्थाना द्वारा कोई सहयोग नहीं किया जा रहा है।

मीडिया का खुलासा भी पड़ा भारी
बताया गया कि लॉक डाउन में जब बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार बैठे हुए है तब ग्राम पंचायत सथनियां में मनरेगा के मेड बंधन का काम जेसीबीा से होने की बात सामने आई थी। इसका खुलासा मीडिया द्वारा ही किया गया था। जिसकी जांच कराने के बाद यह बात सच पाई गई कि मेड बंधान का काम जेसीबी से ही कराया गया है। इसको लेकर भी अधिकारी उनसे खफा थे। इसी कारण से कलेक्टर ने उनके निलंबन का प्रस्ताव सागर कमिश्नर अजय सिंह गंगवार को भ्ेाजा था। कलेक्टर के प्रस्ताव पर कमिश्नर द्वारा यह कार्रवाई की है। निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय जिला पंचायत कार्यालय पन्ना नियत किया गया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो