इसी का परिणाम है कि यहां अभी भी पूरी रात भारी भरकम मशीनें चलती रहती हैं। जिम्मेदार लोगों द्वारा कार्रवाई नहीं की जाती है। गौरतलब है कि जिले के पवई, कल्दा और सलेहा क्षेत्र में अच्छी क्वालिटी वाला फर्शी पत्थर पाया जाता है। शासन द्वारा क्षेत्र में करीब आधा सैकड़ा खदानों को स्वीकृति भी दी गई है, लेकिन यहां स्वीकृत खदानों से कई गुना अधिक अवैध खदानें चल रही हैं, जिनपर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही हैं।
पत्रिका द्वारा पूर्व में भी इस ओर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया गया था, लेकिन मामले में किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हो सकी। इससे यहां कारेाबारियों के हौसले बुलंद हैं। बताया गया कि प्रशासन के चुनावी व्यस्तता का कारोबारी खूब फायदा उठा रहे हैं। अवैध खदानों में पहले तो बस रात में ही मशीनें चलती थीं अब दिन में भी चल रही हैं। सूचन देने के बाद भी जिम्मेदार कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।