उल्लेखनीय है, सूरत के इच्छापोर इलाके में जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क के इंटरनेशनल डायट्रेड सेंटर में प्रदर्शनी का आयोजन हर तिमाही में किया जाता है। इसमें पन्ना जिले से निकाले गए हीरों को रखा जाता है। जहां व्यापारी बोली लगाते हैं। हर साल करीब ९४ हजार कैरेट हीरों की नीलामी होती है। इस तीमाही में २४ हजार कैरेट के हीरे नीलामी के लिए रखे जाने की बात सामने आई है।
नीलामी का लाभ लेने के लिए आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) का सदस्य होना जरूरी है। सूरत में रफ हीरों की ऑनलाइन नीलामी होने से छोटे हीरा उद्यमियों को लाभ मिलेता है, साथ ही हीरा बाजार में जो इन दिनों मंदी का माहौल चल रहा है, उसमें भी बदलाव आ सकता है।
पन्ना की धरती बेशकीमती हीरे उगलने में देश और दुनिया में मशहूर है। इस धरती पर कब किस मजदूर की किस्मत चमक जाए और वह रातोंरात करोड़पति बन जाए इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। हाल ही में एक मजदूर को दो बार हीरे में मिले, वहीं एक व्यक्ति को २९ कैरेट का हीरा मिला था।