सरकार के इन दोनों फैसलोंं का यदि अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा मैदानी स्तर पर अमल कर दिया गया तो जल संकट की स्थिति से काफी राहत मिल सकती है। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा की अध्यक्षता में राजस्व अधिकारियों की बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में उपस्थित राजस्व अधिकारियों से उन्होंने कहा कि हम यदि नेक नियत से कार्य करते हैं तो हमें सफलता अवश्य मिलेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि जब भी कोई काम हमें सौंपा जाता है और हम उसे समय रहते पूरा नहीं करते तो वह हाथ से निकल जाता है। जिससे हमें असफलता का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान के पूरे माह में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। जिन स्थानों पर शासकीय-सार्वजनिक जलस्रोत पेयजल के लिए उपलब्ध नहीं हैं उन स्थानों पर निजी जलस्रोतों को अधिग्रहित कर आम आदमी को पेयजल मुहैया कराया जाए।
उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारियों की जिम्मेदारी प्रशासनिक व्यवस्था को चलाने के साथ-साथ कानून व्यवस्था एवं आम आदमी की शासन से जुडी समस्याओं को निराकृत करते हुए न्याय दिलाना भी है। प्रत्येक राजस्व अधिकारी का सूचना तंत्र बहुत विस्तृत एवं मजबूत होना चाहिए। जिससे उसे प्रत्येक क्षेत्र की सूचनाएं आसानी से उपलब्ध हो सकें।
इसके लिए राजस्व अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के कोटवारों, आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं, सचिव एवं अन्य मैदानी कर्मचारियों की बैठक आयोजित कर सतत सम्पर्क बनाए रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि विशेषकर कोटवारों की एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित कर उनको प्राथमिकताओं की जानकारी दें। जिससे वे गांव से जुडी हर जानकारी आप तक सही समय पर पहुंच सके। जिससे आप आम आदमी की समस्या का निराकरण त्वरित गति से कर सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि राजस्व संबंधी सभी प्रकरणों पर समय सीमा में निराकरण किया जाना चाहिए।
कार्यालय में आने वाले प्रत्येक शिकायत को पंजीबद्ध किया जाए। उन्होंने कहा कि सीमांकन, बंटवारा, नामांतरण एवं अतिक्रमण के प्रकरणों को समय सीमा पर निराकृत कराएं। इसी प्रकार सीएम हेल्पलाईन में प्राप्त होने वाली शिकायतों को अपने स्तर पर ही निराकृत कर देना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी आने वाले वर्षा के मौसम को दृष्टिगत रखते हुए बाढ़ नियंत्रण एवं राहत संबंधी कार्यवाही अभी से की जाए।
बाढ़ से प्रभावित होने वाले चिन्हित ग्रामों में बाढ राहत सामग्री की व्यवस्था अभी से कर ली जाए। इसी प्रकार बाढ़ के दौरान अस्थाई शिविर लगाने के लिए भवनों का चयन करने के साथ-साथ कर्मचारियों के दायित्व निर्धारित कर दिए जाएं। बाढ़ संबंधित कार्य में लगाए जाने वाले कर्मचारियों के मोबाईल नम्बर एवं अन्य विवरण की जानकारी सूचीबद्ध की जाए।
क्षेत्र के पुलिस थानों/चौकी में बोट, नायलोन की रस्सी, बैट्री, बांस, ट्यूब आदि की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में कुछ ऐसा जनहितैषी कार्य करें जिससे उनकी पहचान बन सके। बैठक में समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं तहसीलदार उपस्थित रहे।
निर्माण कार्यो पर 15 जुलाई तक रोक कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने आदेश दिए हैं कि ग्रीष्मकाल एवं पेयजल की उपलब्धता को दृष्टिगत रखते हुए 15 जुलाई तक विभिन्न तरह के शासकीय एवं अशासकीय निर्माण कार्यों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाती है। उन्होंने जिले के समस्त मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वर्तमान में कोई भी निर्माण कार्य जिसमें जल का उपयोग किया जा रहा है। उसे तत्काल बंद कराया जाए।