मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रेत कारोबारियों के सात गुर्गों को अवैध हथियार के साथ अमहा तिराहा के पास से गिरफ्तार किया है। एक दिन पूर्व रेत के अवैध परिवहन में चोरी का अपराध दर्ज कर सख्त संदेश देेने के बाद दूसरे दिन पुलिस अवैध हथियारों को रखने वाले रेत कारोबारियों के गुर्गों तक पहुंच गई। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि जिला प्रशासन धीमी गति से ही सही रेत कारोबारियों पर शिकंजा कसता जा रहा है।
किसी के पास नहीं शस्त्र कागजात एसपी रियाज इकबाल ने बताया, टीआई अजयगढ़ गिरीश धुर्वे को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी कि अमहा तिराहा पर सुरेश यादव के मकान पर कुछ बंदूखधारी बैठे हुए हैं। सूचना प्राप्त होने के बाद टीआई ने एसडीओपी अजयगढ़ को सूचना दी। इसके बाद एसडीओपी और टीआई अधीनस्थ बल के साथ बताए गए स्थान पर पहुंचे। कार्रवाई के दौरान तलाशी ली तो 7 बंदूकें 3-315 बोर की एवं 4-12 बोर की पाई गर्ई। सभी से शस्त्र रखने के संबंध में कागजात पूछे जाने पर किसी के पास नहीं पाए।
तिराहा क्षेत्र में देखा जा सकता है अक्सर कार्रवाई में विनोद यादव, मनमोहन सिंह, आरएस पांडेय, अनिल विश्वकर्मा, राधे पटेल, नरेंद्रद कुमार की सराहनीय भूमिका रही। पुलिस द्वारा आरोपियों को जिस स्थान पर पकड़ा गया है वहीं से होकर बरियारपुर, मझगांव और
उदयपुर रेत खदानों के लिए मार्ग जाते हैं। उक्त मार्गों में से रेत खदानों में काम करने वाले हथियारधारी गुर्गे खदानों तक पहुंचते हैं। तिराहा क्षेत्र में अक्सर इन्हें दर्जनों की संख्या में आसानी से देखा जा सकता है।
ये पुलिस गिरफ्त में
पुलिस ने अवैध रूप से हथियार रखने के आरोप में जिन सात लोगोंं को गिरफ्तार किया है उनमें गिरजा प्रसाद तिवारी, इंदुल सिंह, जसवंत सिंह भदोरिया, रघुराज लोधी, रावेन्द्र सिंह, रविन्द्र सिंह, सूरज सिंह शामिल हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 25-27 आम्र्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस द्वारा आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है।
अपराधियों की शरण स्थली हैं खदानें
गौरतलब है कि एमपी और यूपी की सीमा में चल रहीं जिले की वैध और अवैध रेत खदानें अपराधियों और फरारी काटने वालों के लिए शरणस्थली का काम करती हैं। यहां रुककर वे रेत कारोबारियों के लिए काम करके अच्छे रुपए भी कमाते हैं और पुलिस की नजरों से भी बचे रहते हैं। चूंकि खदान क्षेत्रों में बड़ी संख्या में शस्त्रधारी मौजूद रहते हैं इसलिए इस ओर जल्द जाने की हिम्मत भी कोई नहीं कर पाता है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए सात आरोपियों पर अवैध रूप से हथियार रखने के मामले में अपराध दर्ज किया गया है। पकड़े गए सभी लोग रेत खदानों को चलाने वाले लोगों के लिए काम करते थे। अवैध रूप से खदानों में हथियारधारियों की उपस्थिति की जानकारी भी पुलिस को मिल रही थी। जिसके आधार पर कार्रवाई की गई है।
आलोक शर्मा, एसडीओपी अजयगढ़