जिले के छोटे से गांव जनवार से निकलकर विदेश पढ़ाई करने जाने वाली गांव की बेटी आशा को अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने लगी है। विगत दिनों जिले की इस बिटिया को अपोलो टायर के विज्ञापन के लिए साइन किया गया था। भारत की विविधता को दर्शाते इस विज्ञापन को भारतीय संगीत पर आधारित गीत ‘गंगा द रिवर आफ पीपुलÓ पर फिल्माया गया है।
2.16 मिनट के इस वीडियो में आशा का रोल महज कुछ सेकंड का ही है। वह आधुनिक भारत में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के साथ नजर आती है। जिसमें एक ऐतिहासिक भवन की दीवार और छत पर स्केट बोर्ड पर करतब करते उसे दिखाया गया है।
वल्र्ड चैंंिपयनशिप में किया भारत का प्रतिनिधित्व आशा को सफलता का प्लेटफार्म दिलाने वाली जर्मन महिला उलरिके रेनहार्ट कहती हैं, आशा भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाएगी। साथ ही खेलों से सामाजिक बदलाव का अनुपम उदाहरण भी पेश करेगी। वह जिले की पहली आदिवासी बिटिया है जिसने विदेश में पढ़ाई की। यूके में पांच सप्ताह रहकर बेसिक अंग्रेजी सीखा था।
बीते साल दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता ओलम्पिक में शुरू होने वाले स्केटबोर्डिंग के लिए चीन के नानजिंग शहर में हुए वल्र्ड चैंपियनशिप में उसने अरुण के साथ भारत का प्रतिनिधित्व भी किया था। फिलहाल आशा नोएडा की प्रकृति स्कूल में एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इस विज्ञापन से मिली फीस का अधिकांश हिस्सा भी उसने उसी प्रोजेक्ट पर लगा दिया है। साथ ही गांव के बच्चों के जीवन को भी संवारने का बीड़ा उठाया हुआ है।