डॉक्टर के नहीं आने से मौत के 30 घंटे बाद हो सका पोस्टमार्टम
सिस्टम की बेकद्री: पोस्टमार्टम के इंतजार में दुर्गंध देने लगा महिला का शव
पन्ना
Published: May 09, 2022 02:12:32 am
पन्ना. जिले में चिकित्सकों की कमी का असर अब अंतिम सफर में भी पड़ने लगा है। ऐसा ही मामला रैपुरा तहसील क्षेत्र में आया है। यहां एक महिला के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए परिजन को करीब 30 घंटे का इंतजार करना पड़ा। सिस्टम की इस बेकद्री से शव दुर्गंध देने लगा था। उसके आसपास खड़ा होना मु श्किल हो गया था। ग्रामीणों ने बताया कि रैपुरा के ग्राम सलैया सिमारी में शनिवार की सुबह एक गर्भवती की कुएं में गिरने से मौत हो गई। परिजन शाम पांच बजे पुलिस के साथ शव का पोस्टमार्टम कराने अस्पताल पहुंचे। वहां एक ही डॉक्टर होने व महिला के नवविवाहित होने के कारण पोस्टमार्टम शनिवार को नहीं हो सका। दूसरे दिन दोपहर 12 बजे के बाद डॉक्टर के आने पर पोस्टमार्टम शुरू हुआ। तब तक शव इतनी तेज दुर्गंध देने लगा था कि लोग पास में जा नहीं पा रहे थे।
शाहनगर से मांगा था डॉक्टर
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रैपुरा में पदस्थ डॉ. एमएल चौधरी ने बताया कि महिला नवविवाहित थी। इसलिए उसके शव का पोस्टमार्टम करने के लिए कम से कम दो डॉक्टरों का होना जरूरी था। उन्होंने शनिवार की शाम को ही शाहनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सूचना भेजकर पोस्टमार्टम के लिए एक डॉक्टर मांगा था। लेकिन, शनिवार को शाहनगर से नहीं आने के कारण पोस्टमार्टम अटक गया।
शव सुरक्षित रखने के इंतजाम नहीं
परिजन ने बताया कि पीएचसी रैपुरा में शव को सुर क्षित रखने के कोई इंतजाम नहीं हैं। अस्पताल प्रबंधन भी शव को लावारिस छोड़ देता है। इस मामले में भी ऐसा ही दिखा। शव को सुर क्षित रखने के लिए बर्फ य डीप फ्रीजर की कोई व्यवस्था नहीं की गई। इसका असर यह हुआ कि रविवार की सुबह होते - होते शव सड़ांध मारने लगा। दोपहर 12 बजे के बाद शाहनगर से डॉक्टर सर्वेश लोधी पहुंचे, तब पोस्टमार्टम हो सका। इस दौरान दुर्गंध इतनी थी कि वहां खड़े होना मु श्किल था।

Post-mortem after 30 hours after the doctor did not come
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