टीम के लोगों ने सुबह 6 बजे से सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था। बोट और लंंगर के माध्यम से सर्चिंग में भी कुछ पता नहीं चल पा रहा था। शाम को बोट के माध्यम से सर्चिंग कर रहे एक दल ने उसे देखा। इसके बाद गोताखोरों ने वहां पर पहुंचकर शव को बाहर निकाला। बाहर निकालने से पूर्व ही किशोर की मौत हो चुकी थी।
जानकारी के अनुसार अभिलाष कुशवाहा उर्फ छोटू पिता निवासी रनेही थाना कोठी जिला सतना अपने मामा रतनलाल कुशवाहा निवासी बस्ती देवेन्द्रनगर के यहां शादी समारोह में शामिल होने आया था। 22 जून की दोपहर 11 बजे कुशवाहा परिवार के लोग अखंड मानस का हवन व पूजन सामग्री लेकर जल विहार करने देवेन्द्रनगर बांध गए थे। इस दौरान सभी लोग नहा रहे थे।
अभिलाष भी बांध में नहाने के लिए गया, लेकिन वह वापस पानी से बाहर नहीं आया। मां ने देखा कि अभिलाष के कपड़े वहां हैं, लेकिन वह कहीं दिखाई नहीं दे रहा। इससे वहां अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। परिजनों ने देवेन्द्रनगर पुलिस व डायल 100 को सूचना दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी बीपी दुबे अमले के साथ पहुंचे। साथ ही सूचना मिलते ही तहसीलदार उमेश तिवारी भी पहुंच गए।
एसडीआरएफ टीम ने की तलाश होमगार्ड द्वारा लापता किशोर की तलाश नहीं कर पाने के काराण रात को मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को देने के साथ ही एसडीआरएफ टीम जबलपुर को भी दी गई। टीम ने सुबह ६ बजे से तलाश शुरू कर दी थी। किशोर के लापता होने के स्थान के बारे में कोई सटीक नहीं बता पा रहा था इससे टीम को तलाश करने में काफी समय लग गया।
शाम करीब 3 बजे बोट से तलाश कर रही टीम ने उसे देखा। गोताखोरों की टीम ने शव को पानी से बाहर निकला। किशोर का शव देखते ही परिजन रोने -बिलखने लगे। इससे पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया। शाम तक सैकड़ों की संख्या में आसपास के लोग पहुंच गए थे।