ग्राम पंचायत में केन नदी की रेत खदान स्वीकृत है। नदी से लगे आसपास की जमीनों पर बड़ी मात्रा में रेत है जिसको कारोबारी पंचायत के नाम के पिटपास से लाखों रुपए में प्रतिदिन बेच रहे है। यहां से सैकड़ों ट्रक रेत उत्तर प्रदेश भेजी जाती है।
प्रशासन को जानकारी पर कार्रवाई नहीं प्रशासन को इस बात की जानकारी भलीभांति है कि रामनई केन नदी में स्वीकृत रेत खदान में कही भी रेत नहीं है। रेत कारोबारी आड़ में शासकीय जमीनों एवं टीलो से खुदाई कर कई महीनों से अवैध रेत को पंचायत से वैध कर बेच रहे हैं, वही कारोबारी अवैध उत्खनन छुपाने रास्तों को भी बारी लगाकर बंद कर देते हैं।
इतना ही नहीं गांव के लोागों को भी धमकाते हैं। खेतों व शासकीय भूमि के टीलों में रात-दिन एलएनटी मशीनें खुदाई के काम में लगी रहती हैं। रेत मानपुर के रास्ते से उत्तर प्रदेश को निकासी है।
अवैध रेत पर शिकंजा, भागे व्यापारी शाहनगर नगर मे बोरी रोड, मेन रोड, एकटनी-पन्ना, शव विच्छेदन गृह के पास आदि स्थानों पर अवैध रेत, गिट्टी डंप की शिकायत एसडीएम अभिषेक सिंह को मिल रही थी। अनके निर्देशन पर तहसीलदार संदीप सिंह ने 8 सदस्यीय टीम गठित कर कार्रवाई। कार्रवाई में रेत 30 घन मीटर, डस्ट 23 घन मीटर एवं गिट्टी 22 घनमीटर जप्त की गई। टीम में आकाश, नीरज, नायब तहसीलदार मंग्लेश्वर सिंह, पटवारी प्यारेलाल, पटवारी उमेश सिंह, हरगोविन्द सिंह, अविनाश चौरसिया आदि शामिल रहे।