विगत 26 अप्रेल को पर्यावरण मंजूरी के लिए लोक सुनवाई शिविर पर्यावरण विभाग के अधिकारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष किया गया था। इसमें कंपनी के अधिकारियों ने कोल करहिया एवं देवरी के किसानों को आश्वासन दिया था कि जमीन अधिग्रहण के बाद सिमरिया क्षेत्र में सीमेंट प्लांट की स्थापना की जाएगी, परंतु कंपनी द्वारा विगत कुछ दिनों पूर्व दमोह जिले की ग्राम पंचायत गैसाबाद अंतर्गत सीमेंट प्लांट लगाने की घोषणा के बाद सिमरिया क्षेत्र के किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
राज्यपाल-सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन मामले में किसानों ने राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि यदि सीमेंट प्लांट की स्थापना सिमरिया क्षेत्र में नहीं होती है तो किसान कंपनी को उत्खनन कार्य के लिए अपनी जमीन नहीं देंगे। इसी के संबंध में आगे की रणनीति तय करने के लिए सिमरिया पर क्षेत्र के किसानों की बैठक में विधायक प्रहलाद लोधी एवं जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष संजय नगायच पहुंचे।
विधायक ने किसानों को आश्वासन दिलाया कि मांग को विस से लेकर जहां भी जरूरत पड़ेगी उठाया जाएगा। कंपनी को सीमेंट प्लांट की स्थापना पन्ना जिले में स्थापित करनी पड़ेगी। इसके लिए क्षेत्रीय संघर्ष समिति का गठन करने के साथ ही आंदोलन की बात कहीं गई है।
बैठक में सरपंच गिरधारी पटेल, देवरी सरपंच बनाई बाई आदिवासी, राजेंद्र सिंह, जगन्नाथ पटेल, विनोद जैन, भास्कर पांडे, पुष्पेंद्र सिंह, रामऔतार विश्वकर्मा, केके द्विवेदी, पुण्य प्रताप सिंह, पीयूष गुप्ता, सुरेंद्र सिंह, वीरेंद्र आदि शामिल हुए।