ज्ञात हो कि मांगों को लेकर सफाई कर्मचारियों ने 1 जून को ज्ञापन सौंपकर हड़ताल की चेतावनी दी थी। 18 जून को 14 मांगों का निराकरण नहीं होने से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। भारतीय मजदूर संघ जिला शाखा के राकेश बाल्मीक, नगर अध्यक्ष रवि बाल्मीक, जिला उपाध्यक्ष हेमंत बाल्मीक, जिला कार्यवाहक ज्ञानचंद बाल्मीक, जिला महामंत्री आनंद बाल्मीक, जिला सहसचिव सहित संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ता सहित सफाई कर्मचारी हड़ताल पर रहे।
यह है प्रमुख मांग नियमित एवं रिटायर्ड कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का एरियर्स।
नौकरी के दौरान मृत्यु पर परिवार के सदस्य को नौकरी।
62 वर्ष सेवाएं देने वाले कर्मचारी के परिवार के सदस्य को नौकरी।
रोस्टर अनुसार रिक्त पदों पर भर्ती।
नियमित कर्मचारियों को शासन की योजनाओं का लाभ।
शिक्षित कर्मचारियों को अन्य शाखाओं में लिए जाने।
वर्षों से सेवाएं दे रहे कर्मचारियों की नियमितीकरण।
संविदा सफाई कर्मचारियों, वाहन चालकों, पीएचई, फायरमैन, हेल्परों, पार्क के बागवानों, विद्युत एवं सफाई कर्मचारियों को कलेक्टर रेट पर रखे जाने।
कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने पर शासन द्वारा विदाई दिए जाने आदि प्रमुख मांग रही।
सड़कों पर गंदगी का ढेर सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से नगर की सफाई व्यवस्था चौपट रही। सड़कों एवं अन्य स्थानों पर जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे रहे। हड़ताल को लेकर नगर पालिका के जिम्मेदारों से पूछे जाने पर कुछ भी बोलने से बचते रहे।
पांच माह पहले भी चेताया था सफाई कर्मचारियों ने बताया कि पांच माह पहले भी मांगों को लेकर चेतावनी दी थी पर नगर पालिका के जिम्मेदारों ने हमारी समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया। आवेदन पर देने पर मात्र आश्वासन मिला था, लेकिन अमल नहीं किया गया। सफाई कर्मियों ने नगर पालिका पर शोषण का आरोप लगाया है।