मंगलवार को जिला मुयालय पन्ना सहित अजयगढ़, बृजपुर, पहाड़ीखेरा क्षेत्र में सबसे ज्यादा बारिश बताई गई है एवं बराछ, गुनौर, अमानगंज, देवेंद्रनगर में भी बारिश होने की जानकारी सामने आई है। वहीं पवई में कम वर्षा बताई गई है परंतु पन्ना और अजयगढ़ की बारिश काफी देर तक तेज गति से हुई। जिससे खेत, खलिहान, लबालब भर गए हैं हालांकि किसानों की फसलें पहले ही काट कर घरों में और खरीदी केंद्रों में पहुंच चुकी हैं। कई खरीदी केंद्रों में अभी भी किसान फसल तौलाई का इंतजार कर रहे हैं एवं परिवहन नहीं होने से खरीदी केंद्रों मे रखा गेहूं भीग गया है कुल मिलाकर इस बारिश से खरीदी केंद्रों में रखे गेहूं का भारी नुकसान बताया जा रहा है। जो केवल और केवल खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों एवं खरीदी केंद्र प्रबंधको की लापरवाही बताई जा रही है। जिनके द्वारा समय पर व्यवस्था नहीं की गई इस लापरवाही के खिलाफ वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा क्या कार्रवाई की जाती हैं आने वाला वक्त ही बताएगा हालांकि पिछले वर्ष भी इस प्रकार की लापरवाही सामने आई थी जिस पर पूर्व कलेक्टर कर्मवीर शर्मा द्वारा लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी किए गए थे, वहीं इस बारिश से उगने वाली हरी घास एवं जल स्रोतों में भरने वाला पानी पशुओं के लिए जीवनदान साबित हो सकता है।
वर्तमान में गुनौर खरीदी केंद्र में लगभग आधा सैकड़ा किसान गेहूं ट्रैक्टर ट्रॉली में लेकर तौलाई का इंतजार कर रहे हैं जिन्हें अब तौल नहीं होने की जानकारी दी जा रही है। किसानों ने बताया कि लगभग एक सप्ताह से खुले आसमान के नीचे चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं के थपेड़े सहते हुए पशुओं एवं चोरों से अपने गेहूं की रक्षा करते हुए भूखे प्यासे कोरोना संकटकाल में खरीदी केंद्र में डेरा डाले हैं। ऐन वक्त पर गेहूं खरीदी से इनकार किया जा रहा है अब तक हजारों रुपए भाड़े के रूप में खर्च हो चुके हैं। यही हाल कई खरीदी केंद्रों के बताए जा रहे हैं, कहीं बारदाना की कमी तो कहीं गेहूं रखने के लिए जगह की कमी बताकर किसानों को लौटाने जाने की कोशिश की जा रही है। खरीदे गए गेहूं को वेयरहाउस पहुंचाने परिवहन की व्यवस्था नहीं होने से ये समस्या हो रही है।