गौरतलब है कि जिले के दक्षिण वन मंडल के रेंज क्षेत्रों में बीते दो महीनों में तेंदुए सहित कई वन्य प्राणियों के शिकार के मामले सामने आए हैं। शाहनगर रेंज में ही कुछ दिनों पूर्व एक शिकारी युवक बड़ी संख्या में हथगोलों के साथ पकड़ा गया था। एक दिन पूर्व ही एक नीलगाय का शिकार करने के बाद जंगल में ही उसे पकाकर खाने का भी मामला सामने आया था। बफर जोन और दक्षिण वन मंडल के जंगलों में लगातार शिकार की घटनाए सामने आ रही हैं। सीमावर्ती क्षेत्र में आए दिन शिकार की वारदातें सामने आने से पार्क प्रबंधन का वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लेकर चिंतित होना लाजमी है।
अलर्ट में जताई शिकर की आशंका
पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन की ओर से कोर और बफर से कभी रेंजरों को जारी अलर्ट आदेश में कहा गया है कि कमर संक्रांत पर्व के दौरान १३ से १६ जनवरी तक के लिए अलर्ट जारी किया गया है। पर्व के दौरान शिकार की किसी प्रकार की वारदात नहीं हो इसे देखते हुए पार्क और उसके बाहरी हिस्से की सघन गस्ती करें। इससे त्यौहार अवधि में शिकार की किसी भी प्रकार की वारदात को समय रहते रोका जा सके।
अवकाश निरस्त होने से हड़कंप
गौरतलब है कि पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर और बफर मिलकर सैकड़ों की संख्या में अधिकारी और कर्मचारी हैं। इनमें से कुछ लोगों ने त्यौहार परिवार के साथ मनाने का भी प्लान बनाया रहा होगा। प्रबंधन की ओर से अलर्ट जारी कर सभी कर्मचारियों के सभी प्रकार के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं। इससे कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति बन गई है।