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पन्ना

टाइगर रिजर्व के किशनगढ़ रेंज कार्यालय में तोडफ़ोड़, कर्मचारियों को पीटा और शिकार के आरोपी को छुड़ा ले गए ग्रामीण

छतरपुर जिले के किशनगढ़ थाने में रेंजर ने दर्ज कराया मामला लकड़बग्घा के मृत मिलने के बाद किसान को उठा लाए थे रेंज के कर्मचारीरेड अल्र्ट के बाद भी बफर जोन और सामान्य वनों में शिकार के कई मामले आए सामने

पन्नाJan 19, 2020 / 12:35 pm

Shashikant mishra

पन्ना टाइगर रिजर्व

पन्ना टाइगर रिजर्व

पन्ना. पन्ना टाइगर रिजर्व के किशनगढ़ रेंज के ग्राम गणेशगंज में एक लकड़बग्घा के मृत अवस्था में पाए जाने के बाद किशनगढ़ रेंज का अमला गांव पहुंचा और एक खेत में फांदा मिलने पर किसान को पूछताछ के लिए उठा लाए। इस दौरान ५० से अधिक संख्या में आये ग्रामीणों ने किसान को छोडऩे की मांग को लेकर रेंज कार्यालय में पथराव कर तोडफ़ोड़ की और कर्मचारियों के साथ मारपीट कर शिकार के आरोपी किसान को छुड़ा ले गए। मामले में वन अपराध दर्ज किया गया है। साथ ही रेंजर द्वारा छतरपुर जिले के किशनगढ़ थाना में भी अपराध दर्ज कराया गया है।
जानकारी के अनुसार पन्ना टाइगर रिजर्व के किशनगढ़ बफर रेंजर रजेंद्र नर्गेश को गणेशगंज गांव में शिकार की सूचना मिली थी । जिस पर मौके पर पहुंचकर वन अमले ने देखा तो उन्हें एक लकड़बग्घा मृत हालत में मिला। इसके बाद आसपास सर्चिंग होने पर किसान दयाराम राजगौढ़ के खेत में फंदा भी लगा मिला। इसपर वन अमला किसान को पकड़कर पूछताछ के लिए रेंज कार्यालय ले आया।

तोडफ़ोड़ कर कर्मचारियों को पीटा
जानकारी के अनुसार किसान को पूछताछ की जा रही थी, इसी दौरान भरत, जमुना और नारायण गौड सहित करीब ५० लोग लाठी, डंडे और पत्थर लेकर पहुंचे और किसान को छोडऩे की मांग करने लगे। वन अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किसान को छोडऩे से मना करने पर ग्रामीणों ने रेंज कार्यालय में पथराव कर तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। उस दौरान कार्यालय में मौजूद रहे कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की। इससे एक कर्मचारी हीरालाल को चोट भी पहुंची है।

किसान को छुड़ाकर ले गए ग्रामीण
रेंज कार्यालय में पथराव और मारपीट करने के बाद ग्रामीण वन विभाग द्वारा पकड़े गए आरोपी किसान को भी छुड़ाकर ले गए। घटना के बाद वन विभाग में मामले में आरोपियों के खिलाफ वन अपराध दर्ज किया गया है। इसके साथ ही रेंजर किशनगढ़ बफर ने मामले में आरोपी किसान हीरालाल के अलावा पथराव और मारपीट करने वाले भरत, जमुना और नारायण गौड सहित ५० लोगों के खिलाफ छतरपुर जिले के किशनगढ़ थाने में अपराध दर्ज कराया है। मामले में किशनगढ़ पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा १४५, १४७, १४८, १४९, ३५३ और १८६ के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।

रेड अलर्ट के बाद भी सामने आ रहे शिकार के मामले
मकर संक्रंाति त्यौहार के दौरान शिकार की आशंका को लेकर पन्ना टाइगर रिजर्व की ओर से कोर और बफर जोन में रेल अलर्ट जारी किया गया था। सामान्य वन मंडलों में भी सख्ती के साथ मैदानी अमले को लेकर गस्ती के निर्देश थे। इसके बाद भी सामान्य वन मंडलों से लेकर बफर तक में शिकार के मामले रेड अलर्ट के दौरान ही सामने आए हैं। टाइगर रिजर्व की उक्त घटना में १५ जनवरी की बताई जा रही है। जिसकी रिपोर्ट किशनगढ़ थाने में किशनगढ़ बफर रेंजर द्वारा १६ जनवरी को दर्ज कराई गई है।


शिकार की सूचना पर रेंज के कर्मचारी किसान को पकड़ लाए थे। ग्रामीण तोडफ़ोड़ और मारपीट कर आरोपी को छुड़ा ले गए हैं। मामले में वन अपराध दर्ज किया गया है। किशनगढ़ थाने में भी अपराध दर्ज कराया गया है।
केएस भदौरिया, फील्ड डायरेक्टर पन्ना टाइगर रिजर्व

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