भाजपा ने किया एससी-एसटी एक्ट को मजबूत- रविशंकर प्रसाद
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद नित्यानंद राय के साथ पत्रकारों से बातचीत में रविशंकर प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार ने एससी/एसटी अत्याचार अधिनियम संशोधन 2015 लाकर इस वर्ग की मजबूती का काम किया है। इस संशोधन में और भी मजबूती के अधिकार दलित आदिवासियों को दिए गए हैं। इसके अनुसार दलित प्रत्याशी को नामांकन करने और चुनाव लड़ने से रोके जाने के मामलों को अपराध माना जाएगा। दलित आदिवासी महिलाओं को गलत इरादे से छूने पर भी अत्याचार की श्रेणी में रखा गया है। दलित महिला अगर खामोश रहती है, तो इसे उसकी सहमति नहीं मानी जाएगी।
उन्होंने कहा कि आदिवासी महिलाओं को देवदासी के रूप में रखे जाने की प्रथा भी अपराध के दर्जे में शामिल है। उन्होंने कहा कि दलितों के अत्याचार को लेकर जो विवाद खड़ा हुआ, वह मार्च 2018 को मुंबई हाईकोर्ट का फैसला है। भारत सरकार न तो उसमें पार्टी है न ही सुप्रीम कोर्ट में पार्टी है। सरकार ने पांच दिनों के भीतर ही सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दायर कर दिया।
रविशंकर प्रसाद ने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि मायावती ने एससी-एसटी एक्ट के प्रभाव को कम करने की कोशिश की थी और आज वह हम पर आक्षेप कर रहे हैं। रविशंकर ने कहा कि जब मायावती मुख्यमंत्री थी उस समय दो बार आदेश निकाला जिसमें कहा गया कि हत्या और बलात्कार के मामले में ही आरोपी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए और इस नियम का दुरूपयोग रोका जाए।
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