आपको बेसहारा नहीं छोडेंगे
भाजपा के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह जब हिंसा फैलाने के आरोप में जेल में बंद जितेंद्र प्रताप जीतू व कैलास विश्वकर्मा के घर पहुंचे तो प्रशासन और सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि शांति स्थापित करने वाले लोगों को बेवजह इस मामले में आरोपी बनाकर फसाया गया। जिन लोगों ने हिंसक गतिविधियों को अंजाम दिया और पोस्टर फाडे उन्हें छोड दिया गया। गिरिराज सिंह ने जब परिजनों की सुध ली तो वह रोने लगे इस विलाप को देखकर गिरिराज सिंह का दिल पसीज उठा और उनकी आंखों से भी अश्रु बहने लगे। गिरिराज सिहं ने परिजनों को ढांढस बंधाया और कहा कि जब तक हम आपके सांसद है आपकों बेसहारा नहीं छोडेंगे और आपकों इंसाफ दिलाकर ही रहेंगे। मीडिया से बात करते वक्त सिंह ने कहा कि यदि जीतू जी या कैलास विश्वकर्मा जी व उनके साथियों ने दंगा भडकाने का काम नहीं किया है। उन लोगों ने शांति स्थापित करने का काम किया फिर भी उनको आरोपी बना दिया गया।
जेल में जाकर की मुलाकात
गिरिराज सिंह ने इससे पहले शनिवार को नवादा कारागार में जाकर बजरंग दल संयोजक जितेंद्र प्रताप जीतू से भी मुलाकात की थी। जेल से बाहर आकर उन्होंने सरकार और प्रशासन पर हमला किया। सिंह ने कहा कि पुलिस पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को पकडने का दबाव बनाया जा रहा है। सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था कि नीतीश सरकार में हिंदुओं के खिलाफ काम हो रहा है। पर हिंदुओं का दमन कर सौहार्द का माहौल तैयार नहीं हो सकता है।
यह है मामला
3 जुलाई 2017 को बजरंग दल के जिला संयोजक जितेंद्र प्रताप जीतू को दंगा भडकाने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था। जितेंद्र प्रताप की गिरफ्तारी के विरोध में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने 4 जुलाई को नालंदा बंद करवाया था। बंद में शामिल परिषद के जिला मंत्री समेत कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल में बंद कर गया था।