त्यागी के बयानों को नीतीश द्वारा खारिज किए जाने के साथ ही जदयू भाजपा के बीच बयानबाजी तेज होने के आसार बढ़ गए हैं। बता दें कि केंद्र की एनडीए सरकार में एक मंत्री पद दिए जाने को अस्वीकार करते हुए जदयू ने मंत्रिपरिषद में भागीदारी से मना कर दिया था।इसके बाद हुए बिहार के मंत्रिमंडल विस्तार में सिर्फ जदयू के ही मंत्रियों को शपथ दिलाई गई और सहयोगी भाजपा का कोई मंत्री नहीं बनाया गया।
यह भी गौर करने वाली बात है कि नीतीश कुमार लगातार भाजपा के स्टैंड से विपरीत अपना रुख पेश करते आ रहे हैं। तीन तलाक, धारा 370 आदि मसलों पर जदयू भाजपा के रुख से अलग रवैया अपनाती रही। इस बीच उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी नीतीश के प्रबल हिमायती बनकर पेश आते रहे हैं।गिरिराज सिंह के राज्य सरकार के रवैये पर एक ट्वी के जवाब में मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि नरेंद्र मोदी और नीतीश की एकता अटूट है और 2020में फिर शानदार जीत हासिल होगी।