एसआइटी ने हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले दो शार्प शूटर्स को शुक्रवार देर रात गिरफ्तार किया। आरोपितों से की गई पूछताछ में खुलासा हुआ कि वकील की हत्या के लिए चार शूटर्स को 6 लाख रूपए की सुपारी दी गई थी। चौंका देने वाली बात यह है कि दो शूटर्स को केवल इस लिए रखा गया था कि यदि दो लोगों को पुलिस पकड़ ले तो अन्य दो वारदात को अंजाम दे सके व गोलीबारी कर अपने साथियों को छुड़ा सके।
इस वारदात का मास्टरमाइंड गर्दनीबाग के दमड़िया निवासी प्रोपर्टी डीलर ताजुद्दीन है। मिली जानकारी के अनुसार हत्या की इस वारदात में मृतक वकील की पत्नि नीतू सिंह व ब्रदर इन लॉ मिथुन भी शामिल थे। तीनों ने मिलकर ही हत्या की साजिश रची थी। ताजुद्दीन ने ही शूटर्स से संपर्क किया था। ताजुद्दीन ने मृतक जितेंद्र कुमार के साथ जमीन के सौदे को लेकर धोखाधड़ी की थी। बताया जा रहा है कि मृतक की पत्नी व ब्रदर इन लॉ मिथुन ने इसमें ताजुद्दीन का साथ दिया था। धोखाधड़ी का खुलासा होने के बाद तीनों ने जितेंद्र को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। पुलिस नीतू सिंह को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। मिथुन व ताजुद्दीन अभी फरार चल रहे है। पुलिस इन दोनों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। मामले में अभी और भी बातें सामने आ सकती है।
बता दे कि पांच दिसंबर के दिन पटना हाइकोर्ट के वकील जितेंद्र कुमार की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले की जांच करने के लिए एसआइटी का घटन किया गया था।