लालू—राबड़ी को दें पुरस्कार
सुशील मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि पहली बार विधायक बनने वाले तेजस्वी प्रसाद यादव की इतनी काबिलियत नहीं है कि वे किसी वर्तमान मुख्यमंत्री के काम का मूल्यांकन कर सकें,लेकिन अगर वे बिहार के वर्स्ट परफार्मिंग एक्स सीएम का अवार्ड देना चाहें, तो यह पुरस्कार वे अपने माता—पिता को अवश्य दे सकते हैं, जिनके 15 साल के शासन में कई नरसंहार और दंगे दलितों—अल्पसंख्यकों की पीढियां तबाह कर गए।
राजद के प्रमाण पत्र की नहीं कोई जरूरत
इसी के साथ उन्होंने लिखा कि गुड गवर्नेंस और ईमानदारी के लिए जिस नीतीश कुमार को 2010 में फोर्ब्स इंडि्या के पर्सन ऑफ द ईयर अवार्ड सहित राष्ट्रीय ख्याति के कई पुरस्कार मिल चुके हैं, उसे राजद के सर्टीफिकेट की जरूरत नहीं।
नहीं दिखते कानून के लंबे हाथ
बिहियां बाजार में महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में दोषियों को सजा मिलने की बात को एनडीए सरकार की सुदृढ़ कानून—शासन व्यवस्था का उदाहरण बताते हुएअपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि एनडीए सरकार ने कानून के शासन का जो उच्च मानक गढ़ा है,उसका ताजा उदाहरण है बिहिया बाजार की घटना,जिसमें दलित महिला को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में सभी 20 आरोपी 100 दिन के भीतर दोषी करार दिए गए। कानून—व्यवस्था पर छाती पीटने वालों को कानून के लंबे हाथ नहीं दिखते।