बता दें कि बिहार में पोस्टर वार का चलन है। राजद नेता अक्सर अपनी बात रखने के लिए या किसी विरोधी को आडे हाथ लेने के लिए ऐसे ही अनोखे पोस्टरों का सहारा लेते रहे हैं। तेजप्रताप ने भी मंगलावार को पोस्टर के सहारे राम विलास पासवान को निशाने पर लिया। तेजप्रताप यादव ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर एक पोस्टर शेयर किया। इस पोस्टर में राबड़ी देवी को मा दुर्गा के अवतार के रूप में दिखाया गया जबकि तेजप्रताप खुद शेर के रूप में नजर आए जिस पर राबड़ी देवी सवार है। सबसे खास बात यह है कि पोस्टर में केंद्रीय मंत्री रामविलास को ‘महिषासुर’ बताया गया जो कि दुर्गा बनी राबड़ी देवी के निशाने पर है। पोस्टर को शेयर करते हुए तेजप्रताप ने लिखा कि:-
बीते दिनों गरीब सवर्णों को आर्थिक आधार पर दिए जा रहे 10 फीसदी आरक्षण का विरोध करने वाले दलों पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री व लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान ने कहा था कि देशहित में लिए गए फैसलों का कुछ दल विरोध करते हैं, केवल नारेबाजी करते हैं, जबकि ठीक इसके उल्ट एक अंगूठाछाप को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाते हैं। बता दें कि रामविलास पासवान का सीधा-सीधा हमला राबड़ी देवी पर था। क्योंकि वर्ष 1997 में चारा घोटाले में गिरफ्तार होने पर मुख्यमंत्री लालू यादव ने इस्तीफा देकर अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाया था। राबड़ी देवी ने केवल औपचारिक शिक्षा ही हासिल की है।
यह बयान सामने आने के बाद रामविलास पासवान को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। खुद रामविलास पासवान की बेटी आशा पासवान ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। आशा पासवान अपने पिता के खिलाफ धरने पर बैठ गई थी और रामविलास पासवान से अपने बयान के लिए माफी मांगने की मांग की थी।