ऐसे होगा खिलाडिय़ों का ऑक्शन
खिलाडिय़ों का ऑक्शन पोलो हैंडिकैप सिस्टम पर बेस्ड होगा। टीम के लिए खिलाड़ी की वैल्यू और खेलने की क्षमता पर हैंडिकैप तय होता है। पोलो में घोड़ा दौड़ाने की क्षमता के साथ गोल करने के स्किल के आधार पर हैंडिकैप तय किया जाता है। यह पोलो प्लेयर्स की रेटिंग तय करने का तरीका है। यह न्यूनतम -2 से लेकर अधिकतम प्लस 10 तक होता है। प्लेयर की हैंडीकैप को 2 लाख से मल्टीप्लाई किया जाएगा। एक हैंडिकैप की कीमत दो लाख रुपए तय की गई है। इसी तरह हर हैंडिकैप पर खिलाड़ी की कीमत डिपेंड करेगी। इसके अलावा खिलाड़ी को तय कीमतों से अधिक पर भी खरीदा जा सकता है।
जयपुर में सबसे ज्यादा फैन बेस
तरुण सिरोही ने बताया कि पोलो का फैन बेस सबसे ज्यादा जयपुर में है। यहां पोलो का मैच देखने बड़ी संख्या में लोग आते हैं। हमारा टारगेट है कि आने वाले समय में इसे आमजन में प्रचारित कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक यह खेल पहुंचाए। आपको बता दें कि लीग के को-फाउंडर कार्तिकेय शर्मा इससे पहले बैडमिंटन, बॉक्सिंग और रेसलिंग के शॉर्ट फॉर्मेट इंट्रोड्यूज चुके हैं।
गेम में होगा रोमांच
चार राउंड का एक मैच होगा। हर टीम के पास जोकर कार्ड होंगे। टॉस जीतने वाली टीम पहले जोकर कार्ड यूज कर सकेगी। एक गोल करने पर डबल गोल मिलेंगे। दोनों टीम के पास एक-एक जोकर कार्ड रहेंगे। एक ही राउंड में दोनों टीम जोकर कार्ड यूज नहीं कर सकेगी। इसमें क्रिकेट की तरह डीआरएस रहेगा। टीम कैप्टन के पास दो रिव्यू के ऑप्शन रहेंगे। कॉल गलत रही तो चैलेंज काट दिया जाएगा।