देशभक्ति और प्रेरक गीतों से संगीतप्रेमियों में भरा जोश
जयपुर. राजस्थान फोरम की ओर से शुरू की गई संगीत के कार्यक्रमों की ऑनलाइन सीरीज ‘सुमिरन’ की अठारहवीं कड़ी में गुरुवार को जयपुर के युवा गायक रोहित कटारिया रूबरू हुए। उन्होंने अपने पिता गायक चंद्र कटारिया, हमनवा आकांक्षा और बहन वृंदा कटारिया के साथ संगीत प्रेमियों को विभिन्न गीत सुनाए। उन्होंने कई लोकप्रिय भजनों, देशभक्ति गीतों और प्रेरक गीतों के माध्यम से देखने वालों को आध्यात्मिक अनुभूति करवाई। रोहित कटारिया ने कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से की। इसके बाद उन्होंने ‘जैसा सोचोगे वैसा बन जाओगे’, ‘ईश्वर है अपने साथ डरने की क्या जरूरत है’, ‘मधुबन खुशबू देता है’, ‘मेरा रंग दे बसंती चोला’ और ‘ये हौसला झुके’ सहित कई रचनाएं पेश कीं। रोहित ने इस मौके पर आकांक्षा के साथ ‘अधरम मधुरम’ रचना भी पेश की। बाप बेटी की जोड़ी ने भी सुनाए गीत
कार्यक्रम में गायक चंद्र कटारिया ने अपनी बेटी वृंदा के साथ मिलकर प्रेरक गीत ‘जीवन से हार जीने वाले’ और एकल रूप में देशभक्ति गीत ‘ऐ मेरे प्यारे वतन’ पेश कर सुनने वालों को कार्यक्रम से जोड़ लिया। सीरीज की १९वीं कड़ी में शहर के गजल गायक मोहम्मद वकील रूबरू होंगे। वे अपने अंदाज में गजल और भजनों की बानगी पेश करेंगे।