जिन लोगों को शनि की दशा, साढ़ेसाती अथवा ढैय्या चल रही हो या जिन्हें कुंडली में शनि का दुष्प्रभाव झेलना पड़ रहा हो, वे सभी इस दिन शनि की शांति के उपाय कर सकते हैं। जिनके अभी शनि की दशा नहीं लगी है लेकिन लगने वाली है उनके लिए भी उपाय करना उचित रहेगा।
विद्वान ज्योतिषियों के अनुसार शनि की शांति के लिए कई उपाय हैं परन्तु इनमें सर्वश्रेष्ठ शनि की वस्तुओं यथा काले तिल, काले कम्बल, काला छाता, तेल आदि का दान करना सबसे उत्तम माना जाता है। यदि इनमें से कोई भी संभव न हो तो इस दिन किसी कुत्ते या भिखारी को भोजन कराना भी अत्यंत श्रेष्ठ उपाय है।
जिन लोगों को संतान नहीं हो रही है उन्हें इस दिन पितृ-शांति का उपाय करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पितरों के नाराज होने पर घर की बर्बादी शुरू हो जाती है तथा घर में सुख-शांति का अभाव रहता है। उनकी प्रसन्नता के लिए इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे एक पत्ते पर पांच तरह की मिठाईयां रखकर पितरों को प्रणाम करें। इसके बाद देसी घी का दीपक जलाकर उनसे प्रार्थना करें कि वह प्रसन्न हो और घर में सुख शांति समृदि्ध का आशीर्वाद प्रदान करें।