पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार कौन होगा, इस पर अभी सस्पेंस बना हुआ है। अभी वरुण गांधी यहां से भाजपा सांसद हैं। बीते कुछ सालों से वह अपनी ही पार्टी की सरकार पर हमलावर दिखे थे। इस वजह से चर्चा है कि भाजपा इस बार टिकट काट सकती है। इसी बीच सपा के पीलीभीत उम्मीदवार भगवत सरन गंगवार ने वरुण गांधी के लिए अपनी सीट छोड़ने तक की बात कह दी है।
भगवत सरन गंगवार ने कहा, “मेरी खुद की कोई अपेक्षा नहीं है। मेरे मुखिया जो कहेंगे…वो कहेंगे कि अब भाई कि मजबूरी है और वाकई मेरा मानना है कि अगर वरुण गांधी जैसे लोग माननीय अखिलेश यादव से कहें, बहन प्रियंका गांधी उनकी कहें, भाई राहुल गांधी कहें…कि अखिलेश जी एक हमारा भी उम्मीदवार लड़ा दो तो मेरा अपना मानना है कि उन्हें लड़ाना भी चाहिए। और मुझसे उन्हें कहने की जरूरत नहीं है, मैं वापस बरेली आकर प्रवीण सिंह ऐरन साहब को चुनाव लड़ाऊंगा।”
सियासी गलियारों में चर्चा तेज है कि भाजपा इस बार वरुण का टिकट काट देगी। भगवत सरन गंगवार के पीलीभीत से नाम के ऐलान से पहले कहा जा रहा था कि अखिलेश यहां से वरुण को टिकट दे सकते हैं। इसके खुद अखिलेश ने संकेत भी दिए थे, मगर अचानक 20 मार्च को जारी सपा की छठी सूची में अखिलेश ने भगवत सरन गंगवार को टिकट दे दिया। अब गंगवार मजबूरी का हवाला देते हुए वरुण के लिए अपनी सीट छोड़ने को तैयार दिख रहे हैं।
इस बार सीट बदलने की अटकलों को विराम देते हुए वरुण के प्रवक्ता एमआर मलिक ने कहा, “गांधी इसी सीट से भाजपा के उम्मीदवार होंगे।” मालूम हो कि पीलीभीत में पहले ही चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। यहां बुधवार से ही नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।