यह था पूरा मामला
कोतवाली पूरनपुर क्षेत्र के गांव सुंदरपुर निवासी हरदीप कौर के पति सुखदेव सिंह की मौत सात माह पूर्व हो गई थी। सुखदेव सिंह की चार एकड़ जमीन की अब मालिक उसकी विधवा पत्नी हरदीप थी, लेकिन उसकी कोई औलाद नहीं थी। महिला के स्वर्गीय पति के भाई हरदेव सिंह व अजीत सिंह के परिवार को शक था कि हरदीप यह जमीन बेच देगी या अपने भांजे दिलजीत के नाम कर देगी। इस बात से हरदीप के भतीजे काफी नाराज थे। बीती पांच फरवरी को भतीजे गुरविंदर व गुरप्रीत अपनी ताई के पास सुंदरपुर उसके घर पहुंचे। दोनों शराब के नशे थे, जब उन्होंने जमीन की बात ताई हरदीप कौर से छेड़ी तो विवाद हो गया। विवाद पर भड़के गुरप्रीत व गुरविंदर ने कुल्हाड़ी के प्रहार से हरदीप की हत्या कर दी। हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए घर के बाहर ही गड्ढा खोदकर हरदीप के शव को दबा दिया। पुलिस के अनुसार दोनों ने हत्या की बात अपने-अपने पिता या परिवार को नहीं बताई।
मृतका के देवरों को क्लीन चिट
पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया कि कि हत्यारोपियों से उनके पिता ही निगरानी करवा रहे थे, लेकिन उन्होंने हरदीप की हत्या की बात छुपाई और अपने परिवार में नहीं बताया। इसी पर शक की सुई उनकी तरफ घूमी और पूछताछ के दौरान आरोपी भतीजों ने अपना जुर्म कबूला। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों के पास से आला कत्ल कुलहाड़ी व मृतका का मोबाइल फोन भी बरामद किया है। अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है।