पालिका का कनेक्शन काटा नगर पालिका पीलीभीत पर विद्युत विभाग का 7,73,907 रुपया बकाया था। करीब दो महीने पहले विद्युत विभाग ने पालिका कार्यालय का कनेक्शन काट दिया। उस दौरान पालिका ने बकाया धनराशि में से करीब तीन लाख रुपए बिजली विभाग को अदा कर दिए थे, इसके बाद उनका कनेक्शन जोड़ दिया गया। विद्युत विभाग पर पालिका के जल और गृहकर का 12,11,219 रुपए और ट्रांसफार्मरों और बिजली सब स्टेशनों की भूमि के किराए का करीब 1,19,71,451 रुपए बकाया चल रहा है। पालिका ने इसको लेकर आरसी भी जारी की थी लेकिन विद्युत विभाग ने बकाया धनराशि जमा नहीं की। विद्युत विभाग ने बकाया रुपए अदा न करने पर पालिका कार्यालय की बिजली काट दी। एक करोड़ रुपए से अधिक के बकायेदार विद्युत विभाग द्वारा पालिका की बिजली काटे जाने से पालिका कर्मचारी आक्रोशित हो उठे। गुस्साए कर्मचारियों ने पालिका परिसर में नारेबाजी कर बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। पालिका चेयरमैन विमला जायसवाल ने विद्युत विभाग द्वारा कनेक्शन विच्छेदन की कार्रवाई को अनुचित बताया। नगर पालिका का विद्युत विभाग पर एक करोड़ से अधिक का बकाया चल रहा है। अधिशासी अभियंता से वार्ता की गई है। फिलहाल कनेक्शन जोड़ दिया गया है। विद्युत विभाग को नोटिस भेजा जा रहा है। पालिका पर बकाया चल रही धनराशि का समायोजन करने को भी कह दिया गया है।
बीएसए ऑफिस की भी काटी बिजली वहीं दूसरी बड़ी कार्रवाई में बिजली विभाग के वसूली अभियान में पांच करोड़ से अधिक के बकाएदार बेसिक शिक्षा विभाग पर भी गिरी। वसूली के लिए बिजली विभाग ने बीएसए ऑफिस के साथ ही कई परिषदीय स्कूलों के कनेक्शन काट दिए। कनेक्शन कटने से बीएसए ऑफिस में कामकाज प्रभावित रहा। बकाया बिल भुगतान को बीएसए ने शासन से बजट की मांग की है। बिजली विभाग ने बड़े बकायादारों से वसूली को अभियान छेड़ रखा है। सुबह जब कर्मचारी ऑफिस पहुंचे तो उन्हें यहां बिजली नहीं मिली। कर्मचारियों को लगा कि बिजली नहीं होगी। कई घंटे बाद भी जब बिजली नहीं आई तो उन्होंने इसकी पड़ताल की। इसमें उन्हें ऑफिस का कनेक्शन कटे होने की जानकारी हुई। बिजली विभाग के कर्मचारी वसूली के लिए बीती शाम किसी समय इस ऑफिस का कनेक्शन काट गए। बीएसए आफिस के साथ ही 410 परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों पर अब तक पांच करोड़ 23 लाख 29 हजार 940 रुपए बिजली बिल बकाया है। इसके बाद भी दोपहर बाद तक बीएसए ऑफिस का कनेक्शन नहीं जोड़ा गया था।