जानकारी के अनुसार रतलाम-इंदौर-खण्डवा-अकोला गेज कन्वर्जन प्रोजेक्ट 2008 में शुरू हुआ था। वर्तमान में इस प्रोजेक्ट में रतलाम-फतेहाबाद-इंदौर-महू तक और सनावद-मथेला-खण्डवा तक ब्राडगेज लाइन तैयार हो चुकी है। वहीं खण्डवा-अकोला के बीच कुछ हिस्सो में ब्राडगेज लाइन का काम चल रहा है। प्रोजेक्ट पूरा होने पर इंदौर-मुंबई की दूरी 70 किमी और उत्तर.दक्षिण के बीच ट्रेनों की दूरी 170 किमी तक कम हो जाएगी।
रतलाम-इंदौर-खण्डवा-अकोला ब्राडगेज प्रोजेक्ट को 14 साल हो चुके हंै। लेकिन अभी तक प्रोजेक्ट कई हिस्सों में अधूरा ही है। महू-सनावद ब्राडगेज प्रोजेक्ट को दो हिस्सों में पूरा किया जाना है। डीआरएम विनीत गुप्ता ने बताया कि मुख्तियारा बलवाड़ा-सनावद के बीच टेंडर प्रक्रिया चल रही है। सितंबर माह तक प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा और मार्च 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। वहीं मुख्तारा बलवाड़ा-महू के बीच घाट सेक्शन होने नए सिरे से रूट सर्वे का टेंडर जारी किया जा चुका है। अक्टूबर 2022 तक प्रोजेक्ट के इस हिस्से को भी शुरू कर दिया जाएगा और मार्च 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा।