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पीथमपुर

४५ साल पुराना अंग्रेजों के जमाने का पुल होगा नेस्तानाबूत

१४ पिलर पर खड़ा होगा ९०० मीटर लंबा ब्रिज, १८५७ में होलकर काल में बनाया गया था मीटर गेज पुल

पीथमपुरMay 05, 2022 / 12:59 am

Shailendra shirsath

४५ साल पुराना अंग्रेजों के जमाने का पुल होगा नेस्तानाबूत

४५ साल पुराना अंग्रेजों के जमाने का पुल होगा नेस्तानाबूत

डॉ. आंबेडकर नगर (महू). होलकर काल में अंग्रेजों द्वारा महू-सनावद रेल खंड पर बनाया गया मीटरगेज पुल को रतलाम मंडल द्वारा नेस्तेनाबूत किया जाएगा। यहां आधुनिक तकनीक से नए सिरे ब्राडगेज ब्रिज बनाया जाएगा। करीब 145 साल पुराने इस ब्रिज को लेकर तोडऩे से लेकर नए ब्रिज बनाने में रेलवे के 85 करोड़ रुपए खर्च होंगे। डेढ़ साल में यह ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा। बता दें कि रेलवे ने महू-खण्डवा ब्राडगेज लाइन को तैयार करने के लिए मार्च 2026 तक का समय तय किया है। इस पूरे रेलरखण्ड पर अलग-अलग हिस्सों में काम शुरू किया जा रहा है। होलकर काल में 1875 में महू-सनावद मीटरगेज रेलखण्ड के मोरटक्का स्थित नर्मदा नदी पर 900 मीटर लंबा ब्रिज बनाया गया था। करीब दो साल पहले इस ब्रिज को ब्राडगेज लाइन के लिहाज से तैयार करने के लिए टेंडर भी जारी किए थे, लेकिन बाद में टेंडर निरस्त कर दिए गए। हाल ही में रतलाम मंडल की निर्माण शाखा ने इस ब्रिज को नए सिरे से बनाने के लिए टेंडर जारी किया है। जिसके अनुसार पुराने पुल को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा। इसके बाद यहां 900 मीटर लंबा ब्राडगेज ब्रिज तैयार किया जाएगा। जो 14 पीलर पर खड़ा होगा। रतलाम मंडल द्वारा 25 मई को टेंडर ओपन किए जाएंगे। लेकिन बारिश होने संभावना है कि ब्रिज बनाने का काम अगस्त माह से शुरू किया जाएगा। टेंडर के अनुसार पहले ब्रिज की स्पान, पीलर, गर्डर आदि को डिसमेंटल करना होगा। इसके बाद नए सिरे से स्टील गर्डर स्पान, फाउंडेशनए सबस्ट्रक्चर, सुपरस्ट्रक्चर आदि काम करने होंगे। इस पूरे काम को 18 माह में पूरा करना होगा। यानी कि 2023 के अंत तक ब्रिज का निर्माण पूरा करना होगा। बता दें कि इस बजट में महू-खण्डवा ब्राडगेज लाइन के लिए 888 करेाड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं।
14 साल पुराना प्रोजेक्ट
जानकारी के अनुसार रतलाम-इंदौर-खण्डवा-अकोला गेज कन्वर्जन प्रोजेक्ट 2008 में शुरू हुआ था। वर्तमान में इस प्रोजेक्ट में रतलाम-फतेहाबाद-इंदौर-महू तक और सनावद-मथेला-खण्डवा तक ब्राडगेज लाइन तैयार हो चुकी है। वहीं खण्डवा-अकोला के बीच कुछ हिस्सो में ब्राडगेज लाइन का काम चल रहा है। प्रोजेक्ट पूरा होने पर इंदौर-मुंबई की दूरी 70 किमी और उत्तर.दक्षिण के बीच ट्रेनों की दूरी 170 किमी तक कम हो जाएगी।
चार साल में तैयार करना है पूरा प्रोजेक्ट
रतलाम-इंदौर-खण्डवा-अकोला ब्राडगेज प्रोजेक्ट को 14 साल हो चुके हंै। लेकिन अभी तक प्रोजेक्ट कई हिस्सों में अधूरा ही है। महू-सनावद ब्राडगेज प्रोजेक्ट को दो हिस्सों में पूरा किया जाना है। डीआरएम विनीत गुप्ता ने बताया कि मुख्तियारा बलवाड़ा-सनावद के बीच टेंडर प्रक्रिया चल रही है। सितंबर माह तक प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा और मार्च 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। वहीं मुख्तारा बलवाड़ा-महू के बीच घाट सेक्शन होने नए सिरे से रूट सर्वे का टेंडर जारी किया जा चुका है। अक्टूबर 2022 तक प्रोजेक्ट के इस हिस्से को भी शुरू कर दिया जाएगा और मार्च 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा।

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