छत्तीसगढ़ में टीएस सिंह देव अमीर मंत्री
छत्तीसगढ़ के सभी कैबिनेट मंत्रियों की औसत संपत्ति 47.13 करोड़ दर्ज की गई है। जनजातीय बहुल वाले राज्य में सबसे अमीर मंत्री हैं टी.एस. सिंह देव, जिनकी संपत्ति 500 करोड़ से अधिक है, जिसके बाद मुख्यमंत्री बघेल का नंबर है, जिनके पास 23 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के नेतृत्व वाली बीजेपी की 2013 वाली सरकार में कैबिनेट मंत्रियों की औसत संपत्ति 3.04 करोड़ रुपए थी। सिंह की कैबिनेट के 12 मंत्रियों में से 11 करोड़पति थे। जबकि 2008 कैबिनेट की औसत संपत्ति 0.81 करोड़ रुपए थी और 13 मंत्रियों में से केवल चार ने अपनी संपत्ति एक करोड़ से अधिक होने की घोषणा की थी।
राजस्थान में सबसे उदय लाल अंजाना अमीर मंत्री
राजस्थान में 25 मंत्रियों की औसत संपत्ति 15.48 करोड़ रुपए है, जिनमें से निम्बाहेड़ा के विधायक व सहकारिता मंत्री उदय लाल अंजाना सबसे अमीर हैं। उनके पास 107 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति है। वहीं 2013 में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कैबिनेट मंत्रियों की औसत संपत्ति 4.62 करोड़ रुपए थी। वसुंधरा की कैबिनेट के 23 मंत्रियों में से 22 करोड़पति थे।
दोनों राज्यों में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले नेता
बात करें आपराधिक पृष्ठभूमि की तो बघेल सहित छत्तीसगढ़ के दो मंत्री और गहलोत की मंत्री परिषद के नौ मंत्रियों ने आपराधिक मामलों का सामना किया है। छत्तीसगढ़ में कोरबा के विधायक जयसिंह अग्रवाल और बघेल ने आपराधिक मामलों का सामना किया है, जिसमें जालसाजी, धोखाधड़ी और दंगा भड़काने का आरोप शामिल है। तो राजस्थान के उद्योग मंत्री प्रसादी लाल(हत्या), युवा एवं खेल मंत्री अशोक चांदना (हत्या का प्रयास) जैसे आरोपों का सामना कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ और राजस्थान में एक-एक महिला मंत्री
महिला आरक्षण के लिए बात करने वाली सरकारों में महिला मंत्रियों की संख्या कुछ ठीक नहीं है। जहां राजस्थान की पिछली राजे कैबिनेट में चार महिला मंत्री थी, वहीं गहलोत की मंत्रिपरिषद में केवल एक महिला मंत्री शामिल हैं। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में 2008 और 2013 की तरह वर्तमान में भी एकमात्र महिला मंत्री है।