ममता सरकार का बड़ा फैसला, किसानों को दो फीसदी की दर पर 7 हजार करोड़ का देगी सस्ता कर्ज
पश्चिम बंगाल का क्या नाम रखना चाहती है ममता सरकार ?
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल का नाम बदलने को लेकर मांग धीरे-धीरे जोर पकड़ती जा रही है। ममता सरकार पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर बांग्ला करना चाहती है या फिर पश्चिमबंगा। इस बाबत दो मौकों पर केंद्र सरकार से मांग कर चुकी है। 2011 में पहली बार पश्चिमबंगा और फिर 2016 में बांग्ला करने का सुझाव केंद्र सरकार को दे चुकी है। हालांकि दोनों बार केंद्र सरकार ने इस सुझाव को ठुकरा दिया। बता दें कि 2016 में ममता सरकार ने राज्य का नाम बदलकर बेंगॉल, बांग्ला या बंगाल करने का सुझाव दिया था तब केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार थी। लेकिन सरकार ने जब इसे ठुकरा दिया तो भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि ऐतिहासिक जगहों और संस्थानों का नाम बदलने के एकतरफा फैसले के पीछे उनका अपना हित है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा, ‘बंगाल के संदर्भ में उनका रवैया पूरी तरह बदल जाता है।’ गौरतलब है कि ममता सरकार ने इस बाबत विधानसभा में पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर उसे बांग्ला करने वाला अध्यादेश सर्वसम्मति से पारित बी करा लिया था। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार ने तीन भाषाओं (अंग्रेजी, बंगाली और हिंदी) में इसका नाम बांग्ला रखने की सलाह थी लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक मामला लंबित है।