34 फीसदी सीटों पर तृणमूल निर्विरोध रही गौरतलब है कि राज्य के 20 जिलों में जिला परिषद की 621, पंचायत समिति की 9217 में से 6158 और ग्राम पंचायत की 48,650 में से 31,836 सीटों पर चुनाव हुआ था। वहीं विपक्षी उम्मीदवारों के नामांकन नहीं कर पाने से करीब 34 फीसदी सीटों पर तृणमूल उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं। जिन सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ उनमें 11,520 सीटें ग्राम पंचायत की, 2059 सीटें पंचायत समिति की और 93 सीटें जिला परिषद की हैं। हालांकि ऐसी सीटों पर सुप्रीम कोर्ट जीत ने घोषित करने पर रोक लगा रखी है।
भाजपा के लिए कुछ खट्टा, कुछ मीठा पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के नतीजे भाजपा के लिए कुछ मायनों में अच्छे और कुछ में बेहद खराब रहे। भाजपा ने यहां वाम दलों और कांग्रेस को पछाड़ते हुए मुख्य विपक्षी दल का तमगा हासिल कर लिया है। राज्य में दूसरे नंबर पर आई भाजपा के जनाधार को मजबूती मिली है। यहां उसकी राष्ट्रीय प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस का पिछड़ना भी महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हालांकि इन दिनों राष्ट्रीय राजनीति में जमकर विरोध कर रही तृणमूल सुप्रीमो
ममता बनर्जी ने इन चुनावों में एकतरफा जीत हासिल की है, यह पश्चिम बंगाल में जगह बनाने में जुटी भाजपा के लिए बड़ा झटका है। गौरतलब है कि इन चुनावों को लोकसभा चुनाव 2019 के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
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…ये है सीटों का गणित ग्राम पंचायत मेंतृणमूल कांग्रेस – 20,103
भाजपा – 5293
वाममोर्चा – 1047
कांग्रेस – 969
अन्य – 1700
पंचायत समितितृणमूल कांग्रेस – 2399
भाजपा – 244
वाममोर्चा – 45
कांग्रेस -27
अन्य -48
जिला परिषद
तृणमूल कांग्रेस – 88
भाजपा -2
वाममोर्चा -1
कांग्रेस -0
अन्य – 0
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