बीएसपी ने बेशक इस पोस्टर को अपने ऑफिशियल ट्विटर से हटा दिया लेकिन इसके स्क्रीन शॉट अब वायरल हो रहे हैं। जिससे सवाल उठने लगा है कि क्या बीएसपी ने यह पोस्टर बगैर अन्य पार्टियों के सहमति के जारी किया था और मामला बिगड़ता देख हटा दिया, या फिर यह संकेत था कि हर वक्त अपने दम पर चुनाव लड़ने वाली बीएसपी इस बार गठबंधन में शामिल होकर बीजेपी से लोहा लेना चाहती हैं।
बीएसपी नेता भी यहग पोस्टर देख 2019 लोकसभा चुनाव के सपने देखने लगे। बीएसपी नेता नेता सुधींद्र भदौरिया ने इस पोस्टर को रिट्वीट करते हुए लिखा है- बहनजी के नेतृत्व में विपक्ष समतामूलक समाज की दिशा में आगे। हालांकि, उत्तर प्रदेश के बसपा अध्यक्ष राम अचल राजभर ने कहा कि यह पोस्टर जिस ट्विटर हैंडल से शेयर हुआ है, वह बहुजन समाज पार्टी का ऑफिशियल अकाउंट नहीं है।
‘सामाजिक न्याय के समर्थन में विपक्ष एक हो’
रविवार शाम बसपा के अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक पोस्टर शेयर हुआ है। इस पोस्टर में सबसे ऊपर ‘जय भीम-जय भारत’ के साथ ‘बहुजन हिताय-बहुजन सुखाय’ लिखा है। पोस्टर में डॉ. भीमराव अंबेडकर और बसपा संस्थापक कांशीराम की तस्वीर लगी है। बाईं तरफ मायावती की बड़ी सी स्टैंडिंग तस्वीर लगी है, जिसके सामने लिखा है- ‘सामाजिक न्याय के समर्थन में विपक्ष एक हो।’
तस्वीरों में समूचा विपक्ष एकजुट
बसपा के पोस्टर में नीचे जो तस्वीरें लगी हैं, उन्हें देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि 2019 के पहले पूरा विपक्ष एक साथ आना शुरू हो गया है। बसपा के पोस्टर में अखिलेश यादव के अलावा, आरजेडी प्रमुख लालू यादव और उनके बेटे व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, जेडीयू के बागी नेता शरद यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की तस्वीर लगी है।
27 को पटना में होगी विपक्ष की रैली
बसपा का यह पोस्टर पटना में लालू यादव के नेतृत्व में 27 अगस्त को प्रस्तावित विपक्ष की रैली से पहले आया है। माना जा रहा है कि पूरा विपक्ष मिलकर 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को घेरने की तैयारी में है।