राजनीति

अपोलो चेयरमैन का खुलासा, जयललिता के इलाज के समय 75 दिनों तक बंद थे अस्पताल के कैमरे

जयललिता को 22 सितंबर 2016 को अस्पताल में भर्ती किया गया और उन्हें चार दिसंबर को कॉर्डिएक अरेस्ट हुआ जिसके अगले दिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

नई दिल्लीMar 22, 2018 / 07:50 pm

Mazkoor

नई दिल्ली। तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की रहस्यमय मौत के बाद अब एक नया तथ्य सामने आया है। अपोलो अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर प्रताप रेड्डी ने खुलासा करते हुए कहा कि तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के इलाज के दौरान अस्पताल के सभी सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिये गए थे।
उन्होंने कहा है कि जयललिता के 75 दिनों के इलाज के दौरान अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया गया था। साथ ही जयललिता के लिए 24 बेड का पूरा आईसीयू डिपार्टमेंट बुक किया गया था और वह उसमें अकेली मरीज थीं। उन्होंने बताया कि जयललिता को 22 सितंबर 2016 को अस्पताल में भर्ती किया गया और उन्हें चार दिसंबर को कॉर्डिएक अरेस्ट हुआ जिसके अगले दिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जानकारी
आपको बता दें कि डॉक्टर प्रताप रेड्डी ने यह खुलासा अपोलो इंटरनेशनल कोलोरेक्टल सिम्पोसियम सम्मेलन 2018 की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की। उन्होंने कहा कि अपोलो अस्पताल प्रबंधन मद्रास उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश ए. अरुमुघस्वामी की अध्यक्षता वाले जांच आयोग को सभी दस्तावेज सौंप चुका है। उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान किसी को भी जयललिता से मिलने की इजाजत नहीं दी गई।

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शशिकला ने क्या कहा
आपको यहां बता दें कि इससे पहले जयललिता की सहयोगी वीके शशिकला ने AIADMK चीफ के अस्पताल में भर्ती होने तक की पूरी घटनाक्रम को हलफनामें के द्वारा बताया है। शशिकला ने अपने हलफनामें में कहा है कि जयललिता जब 22 सितंबर, 2016 की रात बाथरूम में थीं तो उन्होंने अपनी तबीयत ठीक ना होने के बारे में कहा। जिसके बाद उन्हें बिस्तर तक पहुंचने में मदद की, जहां वह रात 9.30 बजे बेहोश हो गईं थीं।
उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद अपोलो की टीम 15 मिनट में जयललिता के निवास पर पहुंची। इसके बाद उन्हें बेहोशी की हालत में स्ट्रेचर पर ले जाया गया। ट्रैफिक क्लियर रखने के लिए पुलिस नियंत्रण कक्ष को सूचित किया गया।
खास बात है कि जयललिता की अस्पताल में देखरेख शशिकला व दिनाकरन ने की थी। दिनाकरन ने उपचार के दौरान का वीडियो भी बनाया था, जिसमें वह गाउन पहने हुए थीं। दिनाकरन का कहना था कि वीडियो वह जांच आयोग के हवाले करेंगे, क्योंकि वीडियो सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है।

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कब हुई थी मौत
आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की रहस्यमय मौत चेन्नई के एक अस्पताल में छह दिसंबर 2016 को हुई थी। जिसके बाद रिटायर्ड जज ए. अरुमुघास्वामी की अगुवाई में तमिलनाडु सरकार ने मद्रास हाई कोर्ट के आदेश पर मौत की जांच के लिए एक आयोग का गठन किया।

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