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गृहमंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी
पुलिस ने अब तक तीन राजनीतिक कार्यकर्ताओं के मारे जाने की पुष्टि की है। इनमें दो भाजपा के और एक तृणमूल कांग्रेस का था। दोनों पार्टियां हालांकि आठ कार्यकर्ताओं के मारे जाने का दावा कर रही हैं। इस पूरे मामले पर केंद्र सरकार ने चिंता जताते हुए एडवाइजरी जारी की है। गृह मंत्रालय ने चिंता जताते हुए कहा कि राज्य में चुनाव के बाद भी हिंसा हो रही है यह दुखद है। कानून व्यवस्था, शांति और सार्वजनिक अमन बनाए रखना राज्य की जिम्मेदारी है।
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सड़क पर करेंगे अंतिम संस्कार
भाजपा का कहना है कि मृतकों के परिजन शव को पार्टी कार्यालय ले जाना चाहते हैं लेकिन पुलिस ने यह कहते हुए रोक दिया कि अंतिम संस्कार गांव में होगा। यदि पुलिस नहीं जाने देती है तो सड़क पर ही अंतिम संस्कार किया जाएगा।”
टीएमसी ने भाजपा पर लगाया आरोप
राज्य भाजपा के सूत्र ने दावा किया कि तृणमूल समर्थकों के साथ झड़प में भाजपा के पांच पार्टी कार्यकार्ता- प्रदीप मंडल, तपन मंडल, देवदास मंडल और शंकर मंडल की मौत हुई और अन्य 18 लापता हैं। तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर तनाव पैदा करने और उसके कम से कम तीन पार्टी कार्यकर्ताओं को मार डालने और दो को नदी में फेंक देने का आरोप लगाया।
भाजपा नेताओं ने की मुलाकात
रविवार को भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष के नेतृत्व में पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने उत्तरी 24 परगना जिले में स्थित तनावग्रस्त संदेशखाली इलाके का दौरा किया। घोष सहित राज्य भाजपा के नेता मुकुल रॉय, लॉकेट चटर्जी, शांतनु ठाकुर और जगन्नाथ चटर्जी मारे गए पार्टी कार्यकर्ताओं के परिवार से मिले और बशीरहाट अस्पताल में जाकर वहां भर्ती घायल भाजपा कार्यकर्ताओं का हाल जाना।
पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग
भाजपा नेताओं ने बंगाल सरकार से मृतक के परिवारों को मुआवजा देने की मांग करेगी। उन्होंने कहा, “हम इस नृशंसता के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखेंगे। हम यहां 12 जून को एक रैली करेंगे।” भाजपा कार्यकर्ताओं ने बांकुरा, हुगली, हावड़ा, मिदनापुर, मालदा, बैरकपुर, नैहाटी और उत्तरी व दक्षिणी कोलकाता में सड़क जाम और प्रदर्शन भी किया था। मध्य कोलकाता स्थित पार्टी मुख्यालय के पास प्रदर्शन करते कई भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया था।
वहीं तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल मारे गए पार्टी कार्यकर्ता कयूम मोल्ला के परिवार से मिला। प्रतिनिधिमंडल में राज्य के खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, वरिष्ठ नेता तापस रॉय और मदन मित्रा शामिल थे।