असम में भी किया था ऐसा ही वादा मध्य प्रदेश से आने वाले दिग्गज भाजपा नेता और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो वहां भी एनआरसी लागू करेंगे। गौरतलब है कि असम विधानसभा चुनाव 2016 में भी भाजपा ने ऐसा ही वादा किया था और राज्य में 60 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर गठबंधन सरकार बनाई थी।
क्या है NRC और इसका इतिहास? 10 बड़ी बातों से समझिए नागरिकता विवाद का पूरा मसला
‘तिवारी बोले दिल्ली में रोहिंग्या और कई घुसपैठिए’ इधर पूर्वी-दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को इस संबंध में एक चिट्ठी लिखी है। उन्होंने लिखा है, ‘रोहिंग्याओं और विदेशी घुसपैठियों ने बड़ी संख्या में दिल्ली में भी ठिकाना बना रखा है। इनमें से ज्यादातर के पास आधार कार्ड और राशन कार्ड भी हैं। ऐसे में एनआरसी की तरह एक सर्वे दिल्ली में भी होना चाहिए।’
NRC पर फिर बोलीं ममता बनर्जी, मेरे माता-पिता भी साबित नहीं कर पाते नागरिकता …ये है एनआरसी का मामला गौरतलब है कि इन दिनों में असम में एनआरसी को लेकर देशभर की सियासत में बवाल मचा हुआ है। दरअसल 15 अगस्त 1985 को तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने असम एकॉर्ड नाम का एक समझौता किया था। इसके तहत उन्होंने आश्वासन दिया था कि सभी अवैध बांग्लादेशियों को भारत में नहीं रहने दिया जाएगा। हालांकि अब तक यह समझौता लागू नहीं हो सका।