त्रिवेदी ने कहा, ‘इस दौरे में वह लोगों को ज्ञान बांट रहे हैं। यह उनकी अपरिपक्वता, अक्षमता और द्वेष को दिखाता है। यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि वह एक अच्छा विपक्षी नेता बनने में अक्षम हैं, प्रधानमंत्री का पद को छोड़ ही दीजिए।’ भाजपा नेता ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) को जायज ठहराने और भारत के साथ तुलना करने के लिए भी राहुल की निंदा की। त्रिवेदी कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा की गई सरकार की उस आलोचना पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि बड़ी संख्या में लोगों को विकास प्रक्रिया से अलग रखने के कारण दुनिया में आतंकी समूह तैयार हुए।
गांधी ने कहा था कि अमरीका ने इराक पर हमले के दौरान तिकरित नेटवर्क नामक एक जनजाति को सरकारी और सेना की नौकरियों से दूर रखा और बाद में यह जनजाति अन्य समूहों से मिल गया। राहुल हाल की लिंचिंग की घटनाओं और दलितों पर हमलों का जिक्र कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत में लोग गुस्से में हैं और सत्ताधारी गठबंधन कमजोर वर्गों के लिए निर्धारित मदद के ढांचों को कमजोर कर रहा है।
भाजपा नेता ने कहा, ‘गुरुवार को उन्होंने कहा था कि आईएस बेरोजगारी के कारण पैदा हुआ। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि ओसामा बिन लादेन, जो कि एक मोस्ट वॉन्टेड आतंकी था। क्या वह बेरोजगार युवक और गरीब था? नहीं, वह एक अरबपति था। और जिन लोगों ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को विमान के जरिए उड़ाया, क्या वे भी गरीब या बेरोजगार थे? नहीं, वे अमरीका में एक अच्छा जीवन जी रहे थे और उनके पास एक अच्छी जिंदगी जीने के सभी साधन थे। आपने अपनी तुच्छ राजनीतिक हित के लिए वैचारिक लड़ाई को छोटा करने की कोशिश की।’