सिद्धू का कहना है कि उनकी लड़ाई सिस्टम के खिलाफ है और उनका मकसद इस सिस्टम में बदलाव लाना है। नवजोत सिंह सिद्धू ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा कि दो ताकतवर परिवार पंजाब को नियंत्रित कर रहे हैं और अपने हितों को साधने के लिए विधायिका को बदनाम कर रहे हैं। साथ ही उनका कहना है कि इन लोगों ने राज्य के हितों को ताक परद रखकर एक दूसरे को बचाया है। साथ ही सिद्धू ने कहा कि प्रशांत किशोर ने उनसे 60 बार मुलाकात की, उसके बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन की थी। सिद्धू ने कहा कि उन्होंने 56 विधानसभा सीटों के लिए प्रचार किया और उनमे से पार्टी ने 54 सीटें जीती।
सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा, उन्होंने मुझे रिन्यूएबल एनर्जी ऐंड पावर मिनिस्टर बनाया, लेकिन मैंने मना कर दिया और उस सिस्टम को खारिज किया जिसने पंजाब के लोगों के कल्याण को लेकर दिए मेरे प्रस्ताव ठुकराए थे।’ सिद्धू ने कहा कि अभी तक पंजाब में सस्ती बिजली क्यों नहीं आई है। साथ ही उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों से पहले उन्हें फिर से सिद्धू की याद आई और मुख्यमंत्री आवास बुलाया गया और मंत्रालय देने की बात कही। सिद्धू का कहना है कि उन्होंने कभी कोई पद नहीं चाहा।
‘रोजाना झूठ बोलते हैं कैप्टन’
इंटरव्यू में जब सिद्धू से उस बयान के बारे में पूछा गया जिसमें कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि सिद्धू डिप्टी सीएम और गृह विभाग चाहते हैं। इस पर सिद्धू ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह रोजाना झूठ बोलते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी से उनकी मुलाकातों के बारे में भी कैप्टन ने बात की, लेकिन वे मुद्दों पर बात क्यों नहीं करते। सिद्धू ने कहा कैप्टन बेअदबी, कर्ज माफी और श्वेत पत्र जैसे मुद्दों से पीछे क्यों हट रहे हैं। ड्रग्स के मुद्दे पर क्या किया? रिपोर्ट कार्ड दीजिए। साथ ही उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का संकट नहीं बल्कि मतों का भेद है।