इससे पहले भी कांग्रेस और राहुल पर साध चुके हैं निशाना
आपको बता दें कि हंसराज भारद्वाज ने आगे कहा कि कांग्रेस भाजपा की तरह धर्म की राजनीति में उलझ गई है। इसलिए बीते कई चुनावों में मात खानी पड़ी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरु और इंदिरा गांधी कभी भी धर्म की राजनीति में नहीं उलझे। लिहाजा वे आजाद भारत की राजनीति में सबसे सफल प्रधानमंत्री और राजनेता रहे। फिलहाल राहुल गांधी सीख रहे हैं और वह तब एक नेता बन जाएंगे जब जनता उनको स्वीकार करेगी। बता दें कि यह कोई पहला अवसर नहीं है जब भारद्वाज ने इस तरह का बयान दिया है। अप्रैल 2016 में एक बार उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी कि अभी बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। उस समय राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष थे। इसके अलावे 2015 में आलोचना करते हुए कहा था कि भाजपा से टक्कर लेने के लिए कांग्रेस अभी बहुत कमजोर है, क्योंकि कांग्रेस और राहुल गांधी ग्राउंड रिपोर्ट से पूरी तरह अंजान थे। मालूम हो कि हंसराज भारद्वाज 2009 से 2014 तक केंद्रीय मंत्री रहे। इसके अलावे राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। साथ ही कर्नाटक और केरल के गवर्नर भी रह चुके हैं।