जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में सीएम
अरविंद केजरीवाल ( Arvind Kejriwal ) के साथ पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता और प्रत्याशी भी मौजूद रहे। बैठक में हारी हुई एक-एक सीट की समीक्षा की गई। इसके अलावा हार के कारणों पर विस्तार से बात हुई। साथ ही प्रत्याशियों से भी हार की वजहों को विस्तार से जाना गया। समीक्षा बैठक में अरविंद केजरीवाल ने सभी नेताओं को निर्देश दिए कि जिन सीटों पर पार्टी की हार हुई है, वहां भी वो लगातार जनता से संपर्क में रहें। केजरीवाल ने कहा कि जनता की समस्याओं और उनके काम का तुरंत समाधान हो। आप संयोजक ने कहा कि जनता से और करीबी संबंध स्थापित किया जाए ताकि पार्टी पर भरोसा बरकरार रहे। केजरीवाल के इस प्रस्ताव पर सभी नेताओं ने एक स्वर में सहमति जताई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक में सभी नेताओं ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि इतना काम करने के बाद भी आम आदमी पार्टी की आठ सीटों पर हार क्यों हुई? जिन सीटों पर बहुत कम अंतर से हार हुई, उन पर विशेष बात हुई। इनमें लक्ष्मी नगर की सीट सबसे महत्वपूर्ण है। चुनाव नतीजों में यहां आप के नितिन त्यागी बीजेपी के अभय वर्मा से महज आठ सौ वोट के अंतर से हार गए। पार्टी के सभी नेताओं को अरविंद केजरीवाल ने निर्देश दिया कि जनता के बीच सरकार के काम पर लगातार चर्चा हो। सरकार की योजनाओं से जिन लोगों को फायदा हो रहा, उनसे लगातार संपर्क बनाए रखने को कहा गया। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में लगातार तीसर बार जीत हासिल की है। वहीं, अरविंद केजरीवाल अगामी 16 फरवरी को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।