चला युवा दांव
हैटिक बनाने का लक्ष्य लेकर उतरने वाले केजरीवाल को रोकने के लिए भाजपा ने इस बार उनके सामने युवा सुनील यादव को उतारा है।
बीजेपी के तेज तर्रार सांसदों से लेकर कई केंद्रीय मंत्री तक इस सीट पर केजरीवाल के किले को ध्वस्त करने की रणनीति बनाने में जुटे हैं। पहाड़ों पर फिर टूटा कई सालों पुराना बर्फबारी का रिकॉर्ड, एक बार फिर मैदानी इलाकों में बढ़ेगी सर्दी
दोगुना फायदे देने की तैयारी
बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र के जरिये भी केजरीवाल की हैट्रिक को रोकने को कोशिश की है। इसमें केजरीवाल सरकार से ज्यादा वादे और दावे शामिल हैं। जनता को लुभाने के लिए पांच गुना ज्यादा बिलजी फ्री देने से लेकर कई महत्ववूर्ण घोषणाएं शामिल हैं।
केजरीवाल को रोकने के लिए कांग्रेस ने भी युवा चेहरे पर ही भरोसा जताया है। अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा के करीबी सब्बरवाल को टिकट देने के साथ ही पार्टी के बड़े नेता इस इलाके ताबड़तोड़ रैलियां और प्रचार कर रहे हैं।
इस सीट पर पहली बार केजरीवाल ने वर्ष 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को 25 हजार वोटों से हराया था। वहीं 2015 के चुनाव में 31583 मतों से बीजेपी की नुपुर शर्मा को पराजित किया था।